गिरिडीह: जिले के डुमरी थाना क्षेत्र स्थित जिलिमटांड़ गांव में गुरुवार रात एक दर्दनाक घटना सामने आई। खलिहान में लगी आग में एक मां और उसके बेटे की जलकर मौत हो गई। इस घटना ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया है। मृतकों की पहचान 45 वर्षीय नुनिया देवी और उनके बेटे बाबूचांद मुर्मू के रूप में हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार, नुनिया देवी और उनका बेटा बाबूचांद मुर्मू खलिहान में पुआल के कुंभा में सो रहे थे। ठंड से बचने के लिए पास में लकड़ियों का अलाव जलाया गया था, जिससे आग ने पुआल में तेजी से पकड़ ली। रात के समय अलाव की लपटें पुआल में फैल गईं, और पूरी तरह से कुंभा जलकर खाक हो गया।
आग इतनी तेजी से फैली कि मां-बेटा कुंभा से बाहर नहीं निकल सके। आग की लपटों ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया और दोनों मौके पर ही जलकर मौत के घाट उतर गए। किसी तरह की मदद की गुहार लगाने का भी अवसर नहीं मिला।
घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के गांववाले तुरंत मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंचे डुमरी के विधायक जयराम महतो ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने हर संभव मदद का आश्वासन देते हुए प्रशासन से भी इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की।
घटना की भयावहता देखकर स्थानीय लोग शोक में डूब गए। पुलिस और प्रशासन ने जल्द ही घटनास्थल का दौरा किया और मृतकों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
डुमरी थाना प्रभारी, जगन्नाथ पान ने बताया कि यह हादसा पुआल के कुंभा में आग लगने के कारण हुआ है।