गिरिडीह में होली जुलूस के दौरान दो पक्षों में हिंसा मामले में पुलिस ने 22 दोषियों को किया गिरफ्तार, पढ़ें पूरी ख़बर…

Niranjan Kumar
2 Min Read
Highlights
  • गिरिडीह के घोड़धंबा इलाके में होली जुलूस के दौरान दो पक्षों में हिंसा।
  • पुलिस ने अब तक 22 लोगों को हिरासत में लिया, जांच जारी।
  • इलाके में भारी पुलिस बल तैनात, स्थिति नियंत्रण में।
  • भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
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गिरिडीहः झारखंड के गिरिडीह जिले में होली जुलूस के दौरान हुई झड़प के मामले में अब तक 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह घटना शुक्रवार को घोड़धंबा इलाके में हुई थी, जिसमें दो समूहों के बीच झड़प के बाद कई लोग घायल हो गए और कुछ दुकानों तथा वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया।

स्थिति नियंत्रण में, प्रशासन सतर्क

गिरिडीह के पुलिस अधीक्षक (एसपी) बिमल कुमार ने बताया कि हालात पूरी तरह से नियंत्रण में हैं। उन्होंने कहा कि झड़प में शामिल लोगों की पहचान कर उन्हें पकड़ने के लिए तलाशी अभियान जारी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।

राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप

घटना के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आई हैं। भाजपा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि यह घटना तुष्टिकरण की राजनीति और प्रशासनिक विफलता का परिणाम है। उन्होंने कहा कि हिंदुओं के त्योहारों पर हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं और सरकार इस पर प्रभावी नियंत्रण करने में असमर्थ रही है।

वहीं, केंद्रीय मंत्री और कोडरमा की सांसद अन्नपूर्णा देवी ने प्रशासन की लापरवाही को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया। 

शिवसेना नेता संजय निरुपम ने झारखंड सरकार से होली के जुलूस को बाधित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि देशभर में कुछ असामाजिक तत्व त्योहारों के दौरान तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, जो बेहद निंदनीय है।

उन्होंने झारखंड सरकार से अपील की कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा न जाए और राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द को बनाए रखने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।

फिलहाल, प्रशासन हालात पर कड़ी नजर बनाए हुए है और इलाके में शांति व्यवस्था बहाल करने के प्रयास जारी हैं।

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