रांची: झारखंड सरकार ने राज्य के पर्यटन स्थलों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए एक नई और अभिनव योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूट्यूब पर झारखंड के पर्यटन स्थलों को दर्शाने वाली आकर्षक रील्स और वीडियो बनाने वालों को अधिकतम 10 लाख रुपये तक की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
पर्यटन स्थलों की पहचान और वर्गीकरण
झारखंड सरकार ने 528 से अधिक पर्यटन स्थलों को चिन्हित किया है और उन्हें A, B, C और D श्रेणियों में बांटा है। हर श्रेणी के हिसाब से इनाम की राशि तय की गई है। इन स्थलों में प्रमुख रूप से देवघर का बाबाधाम, त्रिकुट पहाड़, नेतरहाट, हजारीबाग नेशनल पार्क, बेतला, रजरप्पा, पारसनाथ, लुगु बुरु, मैक्लुस्कीगंज, और मलूटी जैसे ऐतिहासिक व प्राकृतिक स्थल शामिल हैं।
कौन कर सकता है आवेदन?
- भारत के किसी भी हिस्से से यूट्यूबर, इंस्टाग्राम इंफ्लुएंसर, वीडियोग्राफर या फोटोग्राफर इस योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं।
- रील्स को पर्यटन स्थल की सुंदरता, संस्कृति, विरासत और स्थानीय विशेषताओं को दर्शाना होगा।
- वीडियो का कंटेंट सकारात्मक और झारखंड के पर्यटन को बढ़ावा देने वाला होना चाहिए। नकारात्मक, भ्रामक या गलत जानकारी पर कार्रवाई की जाएगी।
इनाम की राशि और लाभ
- श्रेणी A स्थल की बेहतरीन रील पर मिलेगा 10 लाख रुपये तक का पुरस्कार।
- B, C और D श्रेणी के स्थलों के लिए भी अलग-अलग इनाम निर्धारित हैं।
- इसके अलावा रील्स बनाने के दौरान झारखंड पर्यटन विकास निगम (JTDCL) के होटलों में 2 दिन तक मुफ्त ठहरने और यात्रा के लिए परिवहन सुविधा भी दी जाएगी।
सरकार का उद्देश्य
पर्यटन, कला-संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग की ओर से यह योजना “ब्रांड झारखंड” को प्रमोट करने और अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने के मकसद से लाई गई है। इससे न केवल राज्य की छवि बेहतर होगी, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार और व्यापार के अवसर भी मिलेंगे।
कैसे करें आवेदन?
सरकार जल्द ही इसकी आधिकारिक गाइडलाइन और आवेदन प्रक्रिया वेबसाइट पर जारी करेगी। इच्छुक उम्मीदवारों को अपना कंटेंट, फॉलोअर्स की संख्या, और रचनात्मकता के आधार पर चयन किया जाएगा।

हमारा उद्देश्य जनता को विश्वसनीय और तथ्यात्मक जानकारी प्रदान करना है, जिससे वे सूचित और सशक्त हो सकें।
“खबरें, जो आपकी आवाज़ बनें”