अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने गिरिडीह कॉलेज में परीक्षा में धांधली और कार्यकर्ताओं पर हमले का लगाया आरोप, प्राचार्य को सौंपा ज्ञापन

Pintu Kumar
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गिरिडीह: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के कार्यकर्ताओं ने गिरिडीह कॉलेज में परीक्षा के दौरान हो रही अनियमितताओं और कार्यकर्ताओं पर हमले के आरोपों को लेकर सोमवार को कॉलेज के प्राचार्य को ज्ञापन सौंपा। अभाविप कार्यकर्ताओं ने कॉलेज प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए, जिसमें परीक्षा में धांधली और आवाज उठाने पर कार्यकर्ताओं पर हमले करवाने का आरोप शामिल है।

अभाविप के जिला संयोजक उज्जवल तिवारी, जनजातीय सह प्रमुख मंटू मुर्मू, नगर सह मंत्री रोहित बरनवाल, कॉलेज उपाध्यक्ष विकास वर्मा और कॉलेज मंत्री नीरज चौधरी समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने कॉलेज में परीक्षाओं के दौरान व्यापक अनियमितताओं के मामले को उठाया। अभाविप नेता आशीष सिंह ने कहा कि कॉलेज में चल रही परीक्षा में पैसों का लेन-देन कर छात्रों को खुलेआम नकल की छूट दी गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि अभाविप के कार्यकर्ताओं ने जब इसका विरोध किया तो कॉलेज के कुछ प्रोफेसरों ने हमला करवाकर इस आवाज को दबाने का प्रयास किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि अभाविप इन कुकर्मों के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगी।

मंटू मुर्मू ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है और यह सदैव छात्र हित, राष्ट्र हित और समाज हित के लिए काम करता है। उन्होंने आरोप लगाया कि कॉलेज को अवैध कमाई का अड्डा बना दिया गया है, और जब अभाविप इसके खिलाफ आवाज उठाती है, तो कार्यकर्ताओं पर हमला किया जाता है। उन्होंने कहा कि यह संगठन ऐसी ज्यादतियों को कभी सहन नहीं करेगा।

परीक्षा में अनियमितताओं के मुख्य आरोप

1. झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी (JUT) की परीक्षा में छात्रों को खुलेआम नकल करने की छूट दी गई और कदाचार में पकड़े गए छात्रों को मोटी रकम लेकर छोड़ दिया गया। 23 अक्टूबर, 2024 को 16 छात्रों को रिश्वत लेकर छोड़ दिया गया, और इस कार्य में महाविद्यालय के धर्मेंद्र कुमार वर्मा का नाम शामिल बताया गया।

2. अभाविप कार्यकर्ताओं द्वारा अनियमितताओं का विरोध करने पर प्रोफेसर बालेंदु शेखर त्रिपाठी और धर्मेंद्र कुमार वर्मा पर कार्यकर्ता नीरज चौधरी पर हमला करवाने का आरोप है, जिसकी पूरी घटना सीसीटीवी में कैद है। उन्होंने मांग की है कि मारपीट में शामिल प्रोफेसरों पर त्वरित कार्रवाई की जाए।

3. परीक्षा नियंत्रक की अनुपस्थिति में संविदा पर कार्यरत धर्मेंद्र कुमार को प्रश्न पत्र खोलने और संपूर्ण परीक्षा का संचालन कराने का कार्य सौंपा गया है। अभाविप ने प्रश्न उठाया कि यह आदेश किसके आधार पर दिया गया है।

4. JUT और विनोबा भावे यूनिवर्सिटी (VBU) की परीक्षाओं में एक ही शिक्षक का एक घंटे JUT की और उसके बाद VBU की परीक्षा में निरीक्षण करना अनुचित है। JUT की परीक्षा में इनविजिलेटर को हटाकर छात्रों को नकल करने की सुविधा प्रदान करने का भी आरोप लगाया गया।

ज्ञापन सौंपने के दौरान कॉलेज परिसर में छात्र नेताओं के साथ शुभम, अनीश, अभिजीत, विवेक, विशाल, विक्रम और अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद थे। अभाविप ने कॉलेज प्रशासन से मामले की जांच कर दोषी प्रोफेसरों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

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