झारखंड में पारा शिक्षकों के मानदेय से ईपीएफ कटौती की प्रक्रिया नवंबर महीने से शुरू हो गई है, और दिसंबर से इसका लाभ भी मिलना शुरू हो जाएगा। यह योजना विधानसभा चुनावों से पहले पारा शिक्षकों की मांग पर कैबिनेट से मंजूरी प्राप्त हुई थी, लेकिन आचार संहिता लागू होने के कारण इसका कार्यान्वयन कुछ समय के लिए रुक गया था।
इस योजना के तहत, पारा शिक्षकों के मानदेय में से 1950 रुपये की कटौती की जाएगी, और सरकार भी 1950 रुपये का योगदान करेगी। जिन पारा शिक्षकों का यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) पहले से बन चुका है, उनके मानदेय से ईपीएफ की पहली किस्त काटी जाएगी। अब तक, 58,047 पारा शिक्षकों में से 37,815 का यूएएन नंबर जेनरेट किया जा चुका है। जिनका यूएएन नंबर अभी तक नहीं बना है, उन्हें अगले 15 दिनों के भीतर नंबर जारी कर दिया जाएगा, और उनका मानदेय ईपीएफ कटौती के साथ जारी किया जाएगा।
दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक नवंबर महीने का मानदेय भुगतान होने की संभावना है। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने जिलों से यूएएन जेनरेशन की रिपोर्ट मांगी है, ताकि प्रक्रिया को जल्दी पूरा किया जा सके।