बिजनेस करना आसान नहीं होता। इसमें सफल वही लोग होते हैं जो अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलने का साहस दिखाते हैं। ऐसी ही एक कहानी है गुजरात के रहने वाले कुणाल शाह की। कभी गरीबी में जीवन बिताने वाले और डिलीवरी बॉय के रूप में काम करने वाले कुणाल आज 50 हजार करोड़ रुपये की कंपनी के मालिक हैं। वह भारत के अग्रणी स्टार्टअप क्रेड (CRED) के फाउंडर और सीईओ हैं। क्रेड का उपयोग क्रेडिट कार्ड पेमेंट से लेकर यूपीआई पेमेंट तक में हो रहा है।
गरीबी और संघर्ष से शुरू हुआ सफर
कुणाल शाह का बचपन अत्यंत गरीबी में बीता। वह खुद कई बार कह चुके हैं कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी और उन पर कर्ज का बोझ था। सिर्फ 16 साल की उम्र से उन्होंने काम करना शुरू कर दिया। स्कूल और कॉलेज के दिनों में उन्होंने डिलीवरी बॉय और डेटा एंट्री ऑपरेटर के रूप में नौकरी की। ये काम उन्होंने न केवल अपने खर्च चलाने के लिए किया, बल्कि घर की मदद करने के लिए भी किया। उनके पास कोई बड़ी डिग्री नहीं थी, लेकिन उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी।
डिलीवरी बॉय से साइबर कैफे तक का सफर..
कुणाल ने मुंबई के विल्सन कॉलेज से फिलॉसफी में ग्रेजुएशन किया। उन्होंने इस विषय को इसलिए चुना क्योंकि इसकी क्लास सुबह 8 से 10 बजे तक होती थी। इसके बाद वह डिलीवरी का काम करते थे और शाम को डेटा एंट्री में जुट जाते थे। इस दौरान कुणाल ने अपने खर्चों में कटौती की और कुछ पैसे बचाए। इन बचतों से उन्होंने अपने घर के बाहर एक साइबर कैफे शुरू किया। यही वह समय था जब कुणाल ने टेक्नोलॉजी से जुड़ने की शुरुआत की।
पहले दो स्टार्टअप और सफलता की कहानी..
कुणाल शाह का क्रेड एकमात्र ऐसा स्टार्टअप नहीं है जिसे उन्होंने शुरू किया। इससे पहले उन्होंने 2009 में पैसाबेक और 2010 में फ्रीचार्ज की शुरुआत की। फ्रीचार्ज ने इतनी लोकप्रियता हासिल की कि 2015 में इसे स्नैपडील ने खरीद लिया। यह एक बड़ी सफलता थी, जिसने कुणाल को एक बड़े बिजनेस आइडिया पर काम करने का आत्मविश्वास दिया।
क्रेड की स्थापना और सफलता
2018 में कुणाल ने क्रेड की शुरुआत की। आज क्रेड की वैल्यू करीब 50 हजार करोड़ रुपये है और इसे 1 करोड़ से अधिक यूजर्स ने डाउनलोड किया है। एक आंकड़े के मुताबिक, भारत में 20% लोग क्रेड ऐप का उपयोग क्रेडिट कार्ड पेमेंट के लिए करते हैं। क्रेड की सफलता ने कुणाल शाह को भारत के अग्रणी उद्यमियों में शामिल कर दिया।
आसान नहीं था रास्ता
कुणाल शाह का मानना है कि सफलता तक पहुंचने के लिए जोखिम उठाना जरूरी है। उन्होंने एक बार कहा था कि क्रेड की शुरुआत के बाद भी यह जरूरी नहीं था कि यह सफल हो। लेकिन उनकी कड़ी मेहनत और दूरदर्शिता ने क्रेड को ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया। आज उनकी अनुमानित संपत्ति 15 हजार करोड़ रुपये है। हालांकि, वह खुद केवल 15 हजार रुपये सैलरी लेते हैं।
प्रेरणा के स्रोत
कुणाल शाह की यह कहानी केवल एक बिजनेस सक्सेस स्टोरी नहीं है, बल्कि यह दिखाती है कि किस तरह विपरीत परिस्थितियों में भी सफलता हासिल की जा सकती है। उनके संघर्ष और दृढ़ संकल्प ने उन्हें उस मुकाम तक पहुंचाया, जहां आज वह खड़े हैं। उनका सफर यह संदेश देता है कि किसी भी सपने को साकार करने के लिए मेहनत, धैर्य और आत्मविश्वास जरूरी है।
कुणाल शाह का सफर यह साबित करता है कि असंभव कुछ भी नहीं, बस जरूरत है सही दिशा में लगातार प्रयास करने की।
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