Success Story

Success Story: पढ़ाई छोड़ी, सपना देखा, और 10 मिनट के आइडिया से खड़ी कर दी ₹7300 करोड़ की कंपनी…..

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Giridih Views Success Story: हर बड़ी सफलता की शुरुआत एक छोटे से सपने से होती है। इतिहास गवाह है कि जिन्होंने भी दुनिया को बदलने का साहस दिखाया, उनके सफर की शुरुआत एक सपने से ही हुई थी। सपने वह बीज हैं, जिनसे प्रेरणा और मेहनत के वृक्ष उगते हैं। यह न केवल हमारे भविष्य की राह दिखाते हैं, बल्कि हमें उस राह पर चलने की ताकत भी देते हैं।

सपने देखना और उन्हें पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करना ही सफलता का असली मंत्र है। इस बात को साबित किया है कैवल्य वोहरा और आदित पालिचा ने। जब ज्यादातर युवा मस्ती और घूमने-फिरने में व्यस्त रहते हैं, उस उम्र में इन दोनों ने न केवल अपनी कंपनी शुरू की, बल्कि उसे एक यूनिकॉर्न में बदल दिया।

कोरोना में मिली प्रेरणा..

साल 2021, जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही थी। कारोबार ठप हो रहे थे, लोगों की नौकरियां जा रही थीं। ऐसे समय में कैवल्य और आदित ने अपने सपनों की उड़ान भरी। स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान, दोनों ने तय किया कि वे अपनी पढ़ाई छोड़कर भारत लौटेंगे और एक स्टार्टअप शुरू करेंगे।

मुंबई लौटने के बाद, एक दिन उन्होंने ऑनलाइन फूड ऐप से खाना ऑर्डर किया, जो 10 मिनट में उनके पास पहुंच गया। यहीं से उन्हें एक आइडिया मिला—अगर खाना 10 मिनट में डिलीवर हो सकता है, तो ग्रॉसरी क्यों नहीं? इसी सोच के साथ जेप्टो की नींव पड़ी।

कैसे हुई शुरुआत

अप्रैल 2021 में दोनों ने ग्रॉसरी डिलीवरी स्टार्टअप जेप्टो की शुरुआत की। यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म था, जो ग्राहकों को 10 मिनट में ग्रॉसरी पहुंचाने का वादा करता था। शुरू से ही यह विचार बड़ा हिट साबित हुआ। जेप्टो ने कोरोना के कठिन समय में भी अपनी जगह बनाई।

पहले महीने में ही इस स्टार्टअप की वैल्यूएशन 200 मिलियन डॉलर तक पहुंच गई। साल 2021 के अंत तक कंपनी ने 10 लाख ऑर्डर डिलीवर कर दिए और 86 ग्रॉसरी बिजनसेज के साथ काम करना शुरू कर दिया।

2023 का पहला यूनिकॉर्न स्टार्टअप

सिर्फ दो सालों में जेप्टो ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की। 2023 में यह भारत का पहला यूनिकॉर्न स्टार्टअप बन गया। यूनिकॉर्न का मतलब है वह स्टार्टअप, जिसकी वैल्यूएशन 1 बिलियन डॉलर या उससे अधिक हो। जेप्टो की वैल्यूएशन आज 140 करोड़ डॉलर यानी लगभग 11,500 करोड़ रुपये है।

हजारों लोगों को रोजगार

मुंबई मुख्यालय वाली इस कंपनी ने न केवल एक बेहतरीन डिलीवरी सिस्टम तैयार किया, बल्कि हजारों लोगों को रोजगार भी दिया। आज जेप्टो भारत के 10 बड़े शहरों में ऑपरेट हो रही है और अपने प्लेटफॉर्म पर 3,000 से ज्यादा प्रोडक्ट्स ऑफर कर रही है।

कैवल्य और आदित की सफलता का मंत्र

कैवल्य और आदित की कहानी प्रेरणा देती है कि सही समय पर सही आइडिया और कड़ी मेहनत से किसी भी सपने को साकार किया जा सकता है। उनकी सोच, लगन और मेहनत का नतीजा है कि जेप्टो आज देश के सबसे सफल स्टार्टअप्स में से एक है।

 

कैवल्य और आदित की यह सफलता कहानी बताती है कि सपने देखने और उन्हें साकार करने की उम्र नहीं होती। अगर आपके पास एक मजबूत विचार और उसे पूरा करने का जुनून है, तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती।

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