गिरिडीह: सुभाष शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर गुरुवार को पराक्रम दिवस का आयोजन बड़े ही धूमधाम और उत्साह के साथ किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत संस्थान के निदेशक सह अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन कर की।
इस मौके पर संजय कुमार सिंह ने नेताजी को भारत का महानायक बताते हुए कहा, “सुभाष चंद्र बोस जैसे सपूत बिरले ही पैदा होते हैं, जिन्होंने अपने जीवन को देश की स्वतंत्रता के लिए समर्पित कर दिया।”
नेताजी के विचार आज भी प्रासंगिक
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. अनुज कुमार ने कहा कि नेताजी के आह्वान पर हजारों लोग आजादी की लड़ाई में शामिल हुए। उन्होंने कहा, “नेताजी का राष्ट्र के प्रति समर्पण और उनका नेतृत्व कौशल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में नई ऊर्जा लेकर आया। उनके विचार आज भी युवाओं के लिए प्रेरणादायक हैं।”
प्रो. कौशल राज ने नेताजी के योगदान को नमन करते हुए कहा कि उनका साहस और उनके नेतृत्व का कोई सानी नहीं है। उन्होंने बताया कि हर साल 23 जनवरी को नेताजी की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाता है।
युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत
राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. संजीव कुमार सिंह ने कहा कि नेताजी की जीवनी और उनके बलिदान युवा पीढ़ी को हमेशा प्रेरित करते रहेंगे। उन्होंने युवाओं से नेताजी के विचारों और आदर्शों को अपनाने की अपील की।
कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षकों और प्रशिक्षुओं का योगदान
इस अवसर पर डॉ. ओम प्रकाश राय, डॉ. शमा परवीन, प्रो. राजकिशोर प्रसाद, प्रो. संदीप चौधरी, प्रो. सोमा सूत्रधार समेत संस्थान के अन्य शिक्षकों और प्रशिक्षुओं ने कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया।
मौके पर प्रशिक्षुओं में संजय पंडित, खुशूब कुमारी, रिया आर्यन, पुष्पेश कुमार और देवेंद्र कुमार सहित कई अन्य ने नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय परिसर देशभक्ति के रंग में रंगा नजर आया। नेताजी के जीवन पर आधारित वक्तव्यों और विचारों से सभी प्रेरित हुए। समारोह का सफल संचालन मीडिया प्रभारी अभिमन्यु कुमार और प्रशिक्षु टीम ने किया।