नई दिल्ली: क्रिसमस और नए साल के जश्न की तैयारियों के बीच दक्षिण कोरिया में हुए एक भयावह विमान हादसे ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया। इस हादसे में 181 यात्रियों में से 179 की मौत हो गई। हादसे की वजह बर्ड स्ट्राइक यानी पक्षियों का विमान से टकराना बताया जा रहा है।
कैसे हुआ हादसा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, विमान का इंजन पक्षियों के टकराने से फेल हो गया, जिसके चलते विमान रनवे पर बिना पहियों के फिसलते हुए एयरपोर्ट की फेंसिंग से जा टकराया और जोरदार धमाके के साथ आग की लपटों में घिर गया।
बढ़ रहे हैं बर्ड स्ट्राइक के मामले
वेबसाइट Travel Radar के अनुसार, दुनियाभर में हर दिन औसतन 150 बर्ड स्ट्राइक की घटनाएं होती हैं। अकेले अमेरिका में हर साल 14,000 से ज्यादा मामले दर्ज किए जाते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि दुनिया में 80% बर्ड स्ट्राइक की घटनाएं रिपोर्ट ही नहीं होतीं।
पक्षियों के हमले: समय और कारण
विशेषज्ञों के मुताबिक, बर्ड स्ट्राइक की घटनाएं ज्यादातर सुबह और सूर्यास्त के समय होती हैं क्योंकि इस दौरान पक्षी सबसे ज्यादा सक्रिय रहते हैं। हवाईअड्डों के आसपास जलाशय, आर्द्रभूमि, और खुले मैदान पक्षियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनते हैं, जिससे विमान खतरे में आ सकते हैं।
इंजन की सुरक्षा और खतरे
बोइंग और एयरबस जैसे विमान निर्माता कंपनियां टर्बोफैन इंजन का इस्तेमाल करती हैं, जो अत्यधिक शक्तिशाली होते हैं। पक्षियों के टकराने से इन इंजनों के पंखों को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे इंजन फेल हो सकता है।
सुरक्षा उपायों की आवश्यकता
विशेषज्ञों का मानना है कि बर्ड स्ट्राइक की घटनाओं को कम करने के लिए हवाईअड्डों को पक्षियों और अन्य जानवरों से मुक्त रखने की दिशा में सख्त कदम उठाने होंगे। इनमें रनवे के आसपास विशेष पौधों का उपयोग, तेज आवाज वाले उपकरणों का प्रयोग, और रडार आधारित पक्षी रोधी तकनीकों का समावेश शामिल है।
क्या किए जा सकते हैं सुधार?
- बर्ड स्ट्राइक कंट्रोल सिस्टम को बेहतर बनाना।
- विमान को आधुनिक पक्षी रोधी उपकरणों से लैस करना।
- एयरपोर्ट कर्मचारियों को स्थानीय पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाना।
- पायलटों को पक्षियों से जुड़ी आपात स्थितियों के लिए प्रशिक्षित करना।
- हर बर्ड स्ट्राइक घटना की रिपोर्ट दर्ज करना।
मैं अभिमन्यु कुमार पिछले चार वर्षों से गिरिडीह व्यूज में बतौर “चीफ एडिटर” के रूप में कार्यरत हुं,आप मुझे नीचे दिए गए सोशल मीडिया के द्वारा संपर्क कर सकते हैं।