Success Story: झारखंड के इस कॉलेज से की पढ़ाई, वेटिंग टिकट की परेशानी से मिला आइडिया, खड़ा कर दिया 100 करोड़ की कंपनी

4 Min Read
Share This News

रांची: कभी रेलवे का टिकट वेटिंग में अटका था, तो किसी को यह ख्याल नहीं आया होगा कि यही परेशानी एक दिन लाखों लोगों की जरूरत और एक सफल स्टार्टअप का रूप ले लेगी। लेकिन तेलंगाना के खम्मम जिले से आने वाले दिनेश कुमार कोठा के लिए यह सिर्फ एक परेशानी नहीं, बल्कि एक बड़ा सवाल बन गया – “क्या कोई तरीका नहीं जिससे पहले ही पता चल सके कि टिकट कन्फर्म होगा या नहीं?” और यही सवाल एक दिन उनके स्टार्टअप ConfirmTkt की नींव बन गया।

NIT जमशेदपुर से शुरू हुआ तकनीकी सफर

दिनेश की कहानी छोटे शहर से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने की एक मिसाल है। खम्मम के Century High School से स्कूली पढ़ाई और ओंगोल के Sri Pratibha Junior College से इंटरमीडिएट करने के बाद उन्होंने NIT जमशेदपुर में इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में BTech किया।

कॉलेज से निकलते ही उन्हें IBM में नौकरी मिली और फिर o9 Solutions में सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और डेटा एनालिटिक्स में उन्होंने अपना अनुभव बढ़ाया। लेकिन उनका मन कहीं और था — खुद का कुछ करने का, एक ऐसी समस्या को हल करने का जो करोड़ों भारतीयों के जीवन को प्रभावित करती है।

वेटिंग लिस्ट की झुंझलाहट से मिला स्टार्टअप का बीज

जैसे ही दिनेश ने नौकरी के लिए एक शहर से दूसरे शहर सफर करना शुरू किया, रेलवे टिकट की वेटिंग लिस्ट उनके लिए बड़ी समस्या बन गई। कई बार टिकट कन्फर्म न होने से उन्हें प्लान रद्द करने पड़े। इसी अनुभव ने उन्हें सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्यों न एक ऐसा सिस्टम बनाया जाए, जो टिकट की कन्फर्मेशन की संभावना का सटीक अंदाजा लगा सके।

यही सोच उन्होंने अपने दोस्त श्रीपद वैद्य के साथ साझा की। दोनों ने इस विचार पर गंभीरता से काम किया और 2015 में नौकरी छोड़ दी। रिस्क लिया और शुरू किया एक नया स्टार्टअप – ConfirmTkt.

ConfirmTkt: एक छोटा विचार जो बना लाखों की जरूरत

शुरुआत आसान नहीं थी। न कोई फंडिंग थी, न कोई बड़ा ऑफिस। सिर्फ दो युवा और उनके सपने। उन्होंने दिन-रात मेहनत की, कोडिंग की, डेटा का विश्लेषण किया और अंततः एक ऐसा ऐप तैयार किया जो किसी भी वेटिंग टिकट की कन्फर्मेशन संभावना को सटीकता से बता सके।

ConfirmTkt ने जो किया, वह पहले कोई ऐप नहीं कर पाई थी। टिकट बुकिंग से पहले ही यह जान पाना कि टिकट कन्फर्म होगा या नहीं – यह फीचर यात्रियों के लिए वरदान बन गया, खासकर उन लोगों के लिए जो छोटे शहरों और गांवों से आते हैं और ट्रेनों पर पूरी तरह निर्भर होते हैं।

Ixigo का हिस्सा बना स्टार्टअप, लेकिन आत्मा वही रही

ConfirmTkt की सफलता को देखकर 2021 में भारत की बड़ी ट्रैवल टेक कंपनी Ixigo ने इसे अधिग्रहित कर लिया। लेकिन दिनेश और श्रीपद को कंपनी को अपने तरीके से चलाने की पूरी आज़ादी मिली। आज भी दोनों इस स्टार्टअप की तकनीकी और व्यवसायिक दिशा तय कर रहे हैं।

ConfirmTkt की तकनीक इतनी मजबूत है कि यह स्लो नेटवर्क पर भी शानदार काम करता है। यही वजह है कि यह आज लाखों यात्रियों की पहली पसंद बन चुका है।

100 करोड़ की वैल्यू, फिर भी ज़मीन से जुड़े दिनेश

ConfirmTkt की वैल्यू अब 100 करोड़ रुपये से ज्यादा हो चुकी है। लेकिन दिनेश अब भी अपने पुराने दिनों को नहीं भूले। उनका मानना है कि—

> “अगर सपना बड़ा है, तो शुरुआत करने में देर नहीं करनी चाहिए। रिस्क लेना जरूरी है, गिरना जरूरी है, तभी कुछ नया सीखते हैं और बनाते हैं।”

Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page

Exit mobile version