नई दिल्ली: जैसे ही रात का अंधेरा छाया, पाकिस्तान ने अपनी कायराना हरकतें एक बार फिर शुरू कर दीं। सीमा पार से जम्मू-कश्मीर और पंजाब के कई इलाकों में बड़े पैमाने पर ड्रोन हमलों की कोशिश की गई, जिसे भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने पूरी तरह से नाकाम कर दिया।
सूत्रों के अनुसार, जम्मू, सांबा और पठानकोट में ड्रोन की भारी गतिविधि देखी गई। अकेले जम्मू क्षेत्र में 100 से अधिक ड्रोन भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश करते पकड़े गए, जिन्हें एयर डिफेंस सिस्टम ने समय रहते मार गिराया। भारत की ओर से की गई सतर्क और सक्रिय प्रतिक्रिया ने एक बार फिर साबित कर दिया कि देश की सुरक्षा प्रणाली किसी भी प्रकार की चुनौती से निपटने में पूरी तरह सक्षम है।
पाकिस्तान की ओर से पुंछ जिले में की गई गोलाबारी के कारण इलाके में लगातार धमाकों की आवाजें सुनी गईं। इससे सीमावर्ती इलाकों में दहशत का माहौल है। स्थिति को देखते हुए जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने आदेश जारी कर सभी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों को अगले आदेश तक बंद रखने को कहा है।
ब्लैकआउट और सायरन से थमी सांसें
हालात की गंभीरता को देखते हुए उधमपुर और पंजाब के फिरोजपुर में पूर्ण ब्लैकआउट लागू कर दिया गया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि रातभर सायरन बजते रहे और कई बार विस्फोट जैसी आवाजें भी सुनाई दीं। सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट मोड पर हैं और सीमावर्ती इलाकों में गश्त तेज कर दी गई है।
सुरक्षा बलों की मुस्तैदी ने टाला बड़ा खतरा
जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान की यह हरकत घातक इरादों के तहत की गई थी, लेकिन भारतीय जवानों की मुस्तैदी और तकनीकी क्षमताओं ने एक बड़े खतरे को समय रहते टाल दिया। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह हमले सिर्फ ड्रोन या गोलाबारी तक सीमित नहीं थे, बल्कि इससे अधिक बड़ा नुकसान पहुंचाने की साजिश थी।
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