गिरिडीह:- झारखंड की बालक फुटबॉल टीम ने बिहार में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। इस ऐतिहासिक उपलब्धि में गिरिडीह जिले के आवासीय बालक फुटबॉल प्रशिक्षण केंद्र, स्टेडियम परिसर, गिरिडीह के दो प्रशिक्षु खिलाड़ियों शिवराम हेम्ब्रम एवं हेमंत हांसदा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।यह केंद्र पर्यटन, कला-संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग, झारखंड सरकार के अधीन खेलकूद एवं युवा कार्य निदेशालय द्वारा संचालित किया जाता है। केंद्र का उद्देश्य ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को समुचित प्रशिक्षण व अवसर उपलब्ध कराना है, ताकि वे राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें।
झारखंड टीम ने सेमीफाइनल में मेघालय को 2-1 से हराया और फाइनल में ओडिशा को बेहद रोमांचक मुकाबले में 7-6 से हराकर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। यह जीत पूरे राज्य के लिए गर्व का विषय है।केंद्र के कोच रघु राज रौशन ने इन युवा खिलाड़ियों को तकनीकी कौशल, फिटनेस तथा टीम भावना में उत्कृष्ट मार्गदर्शन प्रदान किया, जिसकी झलक इस स्वर्ण जीत में साफ़ दिखी। इस गौरवशाली उपलब्धि पर जिला उपायुक्त, ज़िले के सभी वरीय पदाधिकारी, जिला खेल पदाधिकारी, जिला खेल समन्वयक, जिला खेल कार्यालय के सभी कर्मचारी एवं ज़िले में संचालित सभी खेल केंद्रों के कोच ने प्रसन्नता व्यक्त की है।
मौके पर श्री अर्जुन बारला, जिला खेल पदाधिकारी ने कहा यह केवल पदक नहीं है, बल्कि हमारे खिलाड़ियों की मेहनत, समर्पण और साहस की पहचान है। गिरिडीह जैसे जिले से निकलकर राष्ट्रीय मंच पर स्वर्ण जीतना, यह दिखाता है कि सही मार्गदर्शन और संसाधनों के साथ कोई भी सपना साकार किया जा सकता है। हम भविष्य में और भी खिलाड़ियों को इस मंच तक पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह सफलता आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देगी कि सपने सीमाओं से नहीं, संकल्प से पूरे होते हैं।