गिरिडीह: कभी सोचा था कि महज़ 50 रुपये जैसी तुच्छ राशि इंसान की जान ले सकती है? शायद नहीं। लेकिन बेंगाबाद थाना क्षेत्र के मुण्डराडीह गाँव में घटित एक वारदात ने सबको झकझोर कर रख दिया। दो दोस्तों के बीच पैसों को लेकर शुरू हुआ विवाद पल भर में खूनी संघर्ष में बदल गया और एक जिंदगी हमेशा के लिए खत्म हो गई।
रुपयों के लेन-देन से शुरू हुआ विवाद
जानकारी के अनुसार, मृतक अनाउल अंसारी और आरोपी मकसूद अंसारी आपस में मित्र थे। मकसूद ने अनाउल से 200 रुपये उधार लिए थे। घटना वाले दिन वह 150 रुपये लौटा चुका था, पर बचे हुए 50 रुपये को लेकर दोनों के बीच तीखी बहस छिड़ गई। मामूली कहासुनी धीरे-धीरे गाली-गलौज में बदली और देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया।
चाकू के वार से दोस्त की मौत
गुस्से में तमतमाए मकसूद अंसारी (40 वर्ष, पिता बसीर अंसारी) ने अनाउल अंसारी (पिता जमालुद्दीन अंसारी) पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए। खून से लथपथ अनाउल को आनन-फानन में सदर अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उसकी सांसें थम गईं। घटना के बाद पूरे गाँव में मातम पसर गया।
पुलिस की तेज कार्रवाई, आरोपी गिरफ्तार
वारदात की गंभीरता को देखते हुए गिरिडीह एसपी ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (सदर) के नेतृत्व में बनाई गई टीम ने 1 सितंबर को आरोपी को अशगन्दों जंगल से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किया गया खून से सना चाकू भी बरामद कर लिया गया है।
कांड संख्या 130/25 में दर्ज हुआ मामला
बेंगाबाद थाना में कांड संख्या 130/25 के तहत मामला दर्ज कर पुलिस ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। मामले की जांच अभी जारी है।
50 रुपये की कीमत: एक जिंदगी, एक बर्बाद भविष्य
इस दर्दनाक घटना ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि एक पल का गुस्सा और मामूली रकम इंसान को किस हद तक गिरा सकती है। एक ओर एक परिवार अपने सदस्य को खोकर बेसहारा हो गया, तो दूसरी ओर एक शख्स का पूरा जीवन जेल की सलाखों के पीछे कटने वाला है।