गिरिडीह/पीरटांड़: मधुबन स्थित कोरिया दलित बस्ती को उजाड़ने की कोशिशों के विरोध में भाकपा (माले) के बैनर तले शुक्रवार को पीरटांड़ प्रखंड मुख्यालय परिसर में एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया। धरना में दर्जनों ग्रामीण पुरुष और महिलाएं शामिल हुए। कार्यक्रम की सूचना पहले से ही जिला प्रशासन को दी गई थी।
धरना स्थल पर पहुंचे अंचल अधिकारी हृषिकेश मरांडी ने माले नेताओं की मांगों को सुना और उनका ज्ञापन प्राप्त किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे मामले से संबंधित विभाग को पत्र लिखकर उचित कार्रवाई की अनुशंसा करेंगे। इस दौरान माले नेताओं ने पूर्वी जोन के डीएफओ मनीष तिवारी से भी टेलीफोनिक बातचीत कर मामले को उनके संज्ञान में लाया।
धरना का नेतृत्व माले जिला सचिव अशोक पासवान, किसान नेता पूरन महतो, जिला कमिटी सदस्य अजीत राय, माले नेता राजेश सिन्हा और असंगठित मजदूर मोर्चा के केंद्रीय सचिव कन्हैया पांडेय कर रहे थे।
अशोक पासवान ने कहा कि दलितों की जमीन किसी भी कीमत पर छीनी नहीं जाएगी। उन्होंने कहा, “एक ओर हेमंत सरकार जंगल में रहने वालों को वन पट्टा देने की बात करती है, वहीं दूसरी ओर वन विभाग उन्हीं गरीबों को उजाड़ने में लगा है। गिरिडीह के मंत्री को जनता से जवाब देना होगा कि यह सब क्यों हो रहा है। अगर कार्रवाई नहीं हुई तो जिला मुख्यालय में बड़ा आंदोलन होगा।”
किसान नेता पूरन महतो ने कहा कि राज्य सरकार दलितों और आदिवासियों पर लगातार हमले कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी, “कोरिया बस्ती को उजाड़ने नहीं देंगे। वन विभाग और सरकार को जनता घेरकर जवाब देगी।”
माले नेता अजीत राय और कन्हैया पांडेय ने कहा कि भले ही माले सत्ताधारी गठबंधन का हिस्सा है, लेकिन अन्याय के खिलाफ पार्टी कभी चुप नहीं बैठेगी। “गरीबों, दलितों और आदिवासियों की जमीन पर कब्जा किसी भी कीमत पर नहीं होने देंगे,” उन्होंने कहा।
राजेश सिन्हा ने कहा कि पीरटांड़ की जनता लगातार अफसरों और जनप्रतिनिधियों के अत्याचार झेल रही है। “कोरिया बस्ती के लोग आज भी नाले का पानी पीने को मजबूर हैं। सरकारी कुआं कुछ संस्थाओं ने कब्जा कर लिया है, जिसे मुक्त कराना होगा। जल, जंगल और जमीन की रक्षा माले करेगी,” उन्होंने कहा।
धरना में आराधन तुरी, अशोक भुइया, चिरंजीवी महतो, अमृत साव, नागेश्वर महतो, गुड़िया देवी, सोहन महतो, महरू राय, सुरेंद्र तुरी, मसूदन कोल, किशोर राय, पवन यादव समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
कार्यक्रम का संचालन पवन यादव ने किया धरना में लखन कोल, भीम कोल, नुनु सिंह, चुन्नू तबारक, संजय यादव, मीना देवी, रीना, गीता, लीला, पुष्पा, रिखवा, बासमती, सुनीता, गुलाबी सहित दर्जनों महिला और पुरुष शामिल हुए।