गिरिडीह जिले के आकांक्षी प्रखंड जमुआ में “पीएम विश्वकर्मा योजना” पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ खोरीमहुआ अनुमंडल पदाधिकारी अनिमेष रंजन ने दीप प्रज्वलित कर किया।
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इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को योजना के तहत मिलने वाले प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता और कौशल उन्नयन जैसे लाभों की जानकारी देना और उन्हें योजना से जोड़ना था।
कार्यक्रम में अग्रणी बैंक प्रबंधक (बैंक ऑफ इंडिया), प्रखंड विकास पदाधिकारी जमुआ, सहायक निदेशक (MSME) सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
मौके पर एसडीओ श्री अनिमेष रंजन ने कहा कि “पीएम विश्वकर्मा योजना” का मकसद पारंपरिक कारीगरों को आधुनिक तकनीक और प्रशिक्षण के माध्यम से सशक्त बनाना है, ताकि वे अपने पारंपरिक शिल्प को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकें। उन्होंने कहा कि यह योजना न सिर्फ आर्थिक सशक्तिकरण का माध्यम है, बल्कि भारत की पारंपरिक विरासत के संरक्षण की दिशा में एक मजबूत कदम है।
एसडीओ ने योजना के क्रियान्वयन में लगे अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की और कहा कि अधिक से अधिक कारीगरों को इस योजना से जोड़ना ही असली सफलता होगी।
कार्यक्रम के अंत में लाभुकों के बीच पीएम विश्वकर्मा योजना से संबंधित प्रमाण पत्र एवं पहचान पत्र का वितरण भी किया गया।
मैं अभिमन्यु कुमार पिछले चार वर्षों से गिरिडीह व्यूज में बतौर “चीफ एडिटर” के रूप में कार्यरत हुं,आप मुझे नीचे दिए गए सोशल मीडिया के द्वारा संपर्क कर सकते हैं।