झारखंड स्थापना दिवस पर गिरिडीह में स्ट्रीट डांस का रंग ,ढोल-नगाड़े की थाप पर झूमे अधिकारी और कलाकार….

Abhimanyu Kumar
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झारखंड राज्य स्थापना दिवस 2025 (रजत जयंती वर्ष) के अवसर पर मंगलवार को गिरिडीह जिला मुख्यालय में पारंपरिक उत्सव का भव्य आयोजन किया गया। टॉवर चौक से कालीबाड़ी चौक तक आयोजित स्ट्रीट डांस परेड में झारखंड की लोकसंस्कृति, परंपरा और जनभावना की झलक दिखाई दी।

कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त रामनिवास यादव ने पारंपरिक ढोल और नगाड़ा बजाकर किया। इस मौके पर उनके साथ उप विकास आयुक्त, सदर अनुमंडल पदाधिकारी सहित जिले के कई वरीय पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। पारंपरिक वेशभूषा में सजे स्थानीय कलाकारों ने जनजातीय नृत्यों और लोकगीतों के माध्यम से दर्शकों का दिल जीत लिया। ढोल, नगाड़ा और झांझ की थाप पर कलाकारों के प्रदर्शन ने पूरे माहौल को उत्सवमय बना दिया।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नागरिक, विद्यार्थी और सांस्कृतिक संस्थाओं के सदस्य मौजूद रहे। लोगों ने झारखंड की सांस्कृतिक विविधता और गौरवशाली विरासत को शानदार ढंग से प्रस्तुत करने के लिए कलाकारों की जमकर सराहना की।

 

इस अवसर पर उपायुक्त श्री रामनिवास यादव ने कहा कि झारखंड स्थापना दिवस उत्सव, जनभागीदारी और विकास के संकल्प का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के 25 वर्षों की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने और विकास यात्रा से परिचित कराने के लिए इस प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।

 

उन्होंने बताया कि जिला जनसंपर्क विभाग द्वारा जागरूकता रथ और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को विभिन्न सरकारी योजनाओं से अवगत कराया जा रहा है। इनमें अबुआ आवास योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, पेंशन योजना, और कृषि संबंधित योजनाएं प्रमुख हैं।

यह जागरूकता रथ अभियान 11 नवंबर से 29 नवंबर 2025 तक जिले के विभिन्न प्रखंडों में चलेगा। रथ में राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की झलक प्रदर्शित की जा रही है, साथ ही ऑडियो संदेशों और नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

 

कार्यक्रम के समापन पर उपायुक्त ने सभी कलाकारों और अधिकारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि “जागरूकता ही सशक्त समाज की नींव है, और जब जनता, सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ेगी, तभी सच्चे अर्थों में विकास संभव है।

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