कैंसर जैसी घातक बीमारी के खिलाफ लड़ाई में रूस ने बड़ी उपलब्धि का दावा किया है। रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, उन्होंने एक ऐसी वैक्सीन विकसित की है जो कैंसर को रोकने और उसके ट्यूमर को फैलने से रोकने में कारगर साबित हो सकती है। यह वैक्सीन मॉस्को के गामालेया नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी के डायरेक्टर अलेक्जेंडर गिट्सबर्ग की देखरेख में विकसित की गई है।
मंत्रालय का कहना है कि यह वैक्सीन 2025 से रूस के नागरिकों को मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएगी। गिट्सबर्ग का दावा है कि यह वैक्सीन हर प्रकार के कैंसर के खिलाफ असरदार है। अगर यह दावा सही साबित होता है, तो यह न केवल रूस, बल्कि दुनियाभर के कैंसर मरीजों के लिए उम्मीद की नई किरण बन सकती है।
कैंसर के मरीजों के लिए राहत की खबर
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आंकड़ों के अनुसार, हर साल लगभग 2 करोड़ नए कैंसर मरीजों का पता चलता है। 2022 में कैंसर के कारण करीब 97 लाख लोगों की मौत हुई थी। अनुमान है कि 2040 तक हर साल 1.53 करोड़ लोग कैंसर से जान गंवा सकते हैं। ऐसे में यह वैक्सीन वैश्विक स्तर पर कैंसर से होने वाली मौतों को कम करने में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है।
रूस की पहल से बढ़ी उम्मीदें
रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि यह वैक्सीन न केवल कैंसर को बढ़ने से रोकती है, बल्कि ट्यूमर के विकास को भी नियंत्रित करती है। इस पहल से कैंसर का प्रभावी इलाज संभव हो सकता है, जो दुनियाभर में लाखों लोगों को इस बीमारी से बचा सकता है।
विशेषज्ञों की राय का इंतजार
हालांकि, यह वैक्सीन कितनी प्रभावी है और इसे कितनी जल्दी वैश्विक स्तर पर उपलब्ध कराया जा सकता है, यह विशेषज्ञों की राय और वैक्सीन के विस्तृत परीक्षणों पर निर्भर करेगा।
मैं अभिमन्यु कुमार पिछले चार वर्षों से गिरिडीह व्यूज में बतौर “चीफ एडिटर” के रूप में कार्यरत हुं,आप मुझे नीचे दिए गए सोशल मीडिया के द्वारा संपर्क कर सकते हैं।