बिरनी प्रखंड में सक्रिय रूरल फोटोग्राफर संघ, जो विगत तीन वर्षों से फोटोग्राफी के क्षेत्र में पेशेवर अनुशासन और सहयोग का उदाहरण बना रहा है, ने अपने सदस्य सुजीत विश्वकर्मा के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उनकी सदस्यता रद्द कर दी। संघ का यह कदम उनके नियमों के उल्लंघन और संघ की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के कारण उठाया गया है।
क्या है मामला?
सुजीत विश्वकर्मा, जो ग्राम भरकट्टा निवासी और मिलन स्टूडियो के मालिक हैं, पर आरोप है कि उन्होंने ग्राम गोरडीह में जग को लेकर संघ के दूसरे सदस्य सुनील यादव (घोला स्टूडियो के मालिक) के खिलाफ समाज में निंदा अभियान चलाया। इसके साथ ही उन्होंने संघ के व्हाट्सएप ग्रुप की गोपनीय बातचीत सार्वजनिक कर उसका मजाक बनाया।
इस घटना से संघ की छवि को गहरा आघात पहुंचा, जिसके चलते संघ ने तत्काल बैठक बुलाकर मामले की जांच की। पूछताछ के दौरान सुजीत विश्वकर्मा ने अपनी गलती स्वीकार की और संघ द्वारा लगाए गए आर्थिक दंड को स्वीकारते हुए 20 अप्रैल 2024 तक राशि अदा करने का वादा किया।
आर्थिक दंड न चुकाने पर कार्रवाई
हालांकि, 9 महीनों के लंबे इंतजार और बार-बार समय मांगने के बावजूद सुजीत ने दंड की राशि नहीं चुकाई। संघ के अध्यक्ष सुभाष सिंह द्वारा कई बार फोन पर संपर्क करने के बावजूद वह टालमटोल करते रहे।
आखिरकार, संघ ने अपनी बैठक में सर्वसम्मति से सुजीत की सदस्यता रद्द करने और उनके प्रमाण पत्र वापस लेने का निर्णय लिया। साथ ही संघ ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि भविष्य में किसी भी तरह की सहायता सुजीत को प्रदान नहीं की जाएगी।
संघ का सख्त संदेश
इस मामले ने स्पष्ट कर दिया है कि संघ अपने सदस्यों के अनुशासन और संगठन की प्रतिष्ठा को लेकर बेहद गंभीर है। संघ के अध्यक्ष ने कहा, “हमारे नियम सबके लिए समान हैं। जो भी संगठन की गोपनीयता भंग करेगा और हमारी छवि को नुकसान पहुंचाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मैं अभिमन्यु कुमार पिछले चार वर्षों से गिरिडीह व्यूज में बतौर “चीफ एडिटर” के रूप में कार्यरत हुं,आप मुझे नीचे दिए गए सोशल मीडिया के द्वारा संपर्क कर सकते हैं।