रांची: झारखंड की महिलाओं के लिए आज का दिन बेहद खास है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नामकुम में आयोजित एक भव्य समारोह में ‘मंइया सम्मान योजना’ के तहत 56 लाख से अधिक महिलाओं के खातों में वित्तीय सहायता की राशि ट्रांसफर करेंगे। दिसंबर और जनवरी महीने की कुल 5000 रुपये की यह किस्त लाभार्थियों को मिलेगी।
यह कार्यक्रम पहले 28 दिसंबर, 2024 को निर्धारित था, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर राष्ट्रीय शोक के चलते इसे स्थगित कर दिया गया था। झारखंड सरकार ने अब इसे नए सिरे से आयोजित कर महिलाओं को यह आर्थिक राहत प्रदान की है।
सरकारी बयान के अनुसार, कार्यक्रम स्थल पर 4 से 5 लाख लाभार्थियों के जुटने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री इस दौरान महिलाओं के बीच वित्तीय सहायता वितरित करेंगे। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उनके आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है।
योजना की शुरुआत और विस्तार
‘मंइया सम्मान योजना’ की शुरुआत पिछले साल अगस्त में की गई थी। शुरुआत में 18 से 50 वर्ष की आयु की महिलाओं को 1,000 रुपये प्रतिमाह की सहायता राशि दी गई थी। इसके तहत करीब 56 लाख महिलाओं को लाभ मिला। राज्य सरकार ने दिसंबर से इस राशि को बढ़ाकर 2,500 रुपये प्रति माह करने का वादा किया था, जिसे आज पूरा किया जा रहा है।
कार्यक्रम की तैयारियां पूरी
कार्यक्रम स्थल पर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए लगातार दौरे किए। मंच से लेकर सुरक्षा व्यवस्था तक सभी इंतजाम चाक-चौबंद किए गए हैं।
झामुमो के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि यह योजना झारखंड की महिलाओं के लिए एक नई दिशा की शुरुआत है। सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
इस पहल के माध्यम से झारखंड सरकार न केवल महिलाओं को आर्थिक सहायता दे रही है, बल्कि उनके जीवन में स्थायित्व और सम्मान का भाव भी सुनिश्चित कर रही है।