महाराष्ट्र में झारखंड से गए प्रवासी मजदूरों के साथ बर्बरता की घटना सामने आई है। जानकारी के अनुसार, मजदूरों पर हुए इस हमले में कई मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिनके शरीर पर चोटों के गहरे निशान पाए गए हैं। घटना में एक मजदूर की मौत होने की भी खबर है, जिससे प्रवासी समुदाय में डर और आक्रोश फैल गया है।
घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें मजदूरों की दर्दनाक स्थिति और क्षेत्र में बढ़ते जनाक्रोश को देखा जा सकता है। यह मामला न केवल प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े करता है, बल्कि सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारियों पर भी गंभीर चिंता जताता है।
डुमरी विधायक ने उठाई आवाज
झारखंड के डुमरी विधायक जयराम महतो ने इस मामले को लेकर ट्विटर पर झारखंड और महाराष्ट्र सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने लिखा,
“महाराष्ट्र में झारखंड के कुछ मजदूरों से भारी मारपीट की गई, शरीर में काफी निशान हैं, एक भाई की मौत की भी सूचना है। तत्काल इस मामले को संज्ञान में लें। महाराष्ट्र सरकार को सूचित करें और मजदूरों को न्याय दिलाएं।”
उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और महाराष्ट्र सरकार से अपील करते हुए घटना की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
यह घटना प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा को लेकर एक गंभीर प्रश्नचिह्न खड़ा करती है। झारखंड से हर साल हजारों मजदूर महाराष्ट्र, गुजरात, और अन्य राज्यों में काम की तलाश में जाते हैं। लेकिन आए दिन उनके साथ हिंसा और भेदभाव के मामले सामने आते रहते हैं।
तुरंत कार्रवाई की मांग
प्रशासन और सरकारों को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है।
सरकार की चुप्पी पर जयराम महतो का सवाल
अब तक इस मामले पर महाराष्ट्र और झारखंड सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, जो स्थिति को और भी गंभीर बनाता है। क्या प्रवासी मजदूरों की समस्याओं को हल करने के लिए कोई ठोस नीति बनाई जाएगी, यह बड़ा सवाल है।
मैं अभिमन्यु कुमार पिछले चार वर्षों से गिरिडीह व्यूज में बतौर “चीफ एडिटर” के रूप में कार्यरत हुं,आप मुझे नीचे दिए गए सोशल मीडिया के द्वारा संपर्क कर सकते हैं।