कोविड-19 से बचाव के मद्देनजर किये जा रहे कार्यों की उपायुक्त द्वारा समीक्षा करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को दिया गया आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश


आज दिनांक 23.09.2020 को कार्यालय प्रकोष्ठ में उपायुक्त की अध्यक्षता में कोविड-19 से संबंधित समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान उपायुक्त द्वारा विशेष रूप से सैम्पल संग्रहण पर जोर देते हुए मुख्य बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गयी। 

उन्होंने कहा कि जिले में सैम्पल संग्रहण को लेकर निरंतर लक्ष्यीकरण और परीक्षण की आवश्यकता है। विशेष रैपिड एंटीजन परीक्षण ड्राइव को कई अक्षमताओं के साथ जोड़ा जाता है जो कि उद्देश्य को गंभीरता से प्रभावित करता है और संसाधनों की बर्बादी को भी प्रदर्शित करता है। इसलिए RAT किट के प्रभावी उपयोग के लिए निम्न बिंदुओं पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है: 

1. कंटेन्मेंट जोन व इमर्जिंग हॉटस्पॉट्स में परीक्षण करने के लिए दिशा- निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए।

2. नासॉफिरिन्जियल स्वाब इकट्ठा करने के लिए स्वाब संग्रह विधि के साथ व्यवस्थित रूप से शारीरिक आसनों पर भी विशेष ध्यान दिया जाना जरूरी है।

3. स्वाब स्टिक को कम से कम 8-10 सेकंड के लिए रखा जाना चाहिए। आवश्यक है कि स्वाब संग्रह प्रोटोकॉल का पालन पूर्ण रूप से हो सके।   

4. परीक्षा परिणाम में अधिकतम मानवीय त्रुटि की संभावना होती है। इसके लिए नियमित परीक्षण और पर्यवेक्षण (supervision) आवश्यक है।

5. आसान सम्मीलन क्षेत्र और हॉटस्पॉट के अंदर सुलभ स्थानों पर बूथ या नमूना संग्रह केंद्र होना चाहिए। 

6.जिलों में भौगोलिक प्रसार का ट्रैक सकारात्मक मरीज के डाटा के विश्लेषण के माध्यम से होगा कि कौन से ब्लॉक क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित है।

उपायुक्त द्वारा कोरोना जांच कर रहे टेक्नीशियन व स्वास्थ्य कर्मीयों को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया एवं कहा गया कि अधिक से अधिक लोगों की जांच करते हुए सैंपल का कलेक्शन करना सुनिश्चित करें। इसके अलावा उपायुक्त ने कहा कि प्रतिदिन ओपीडी में आए मरीजों का एंटीजैन द्वारा टेस्ट किया जाना है जिनका फ्लू के लक्षण तथा कोविड-19 के संपर्क में आए हैं और एंटीजैन से नेगेटिव है तो उन सभी व्यक्तियों का RTPCR से स्वाब अनिवार्य रूप से कलेक्ट करें। 

एंटीजन/आरटीपीसीआर/ट्रूनेट का प्रतिशत निम्न आधार पर होगा:- उपायुक्त

बैठक के दौरान उपायुक्त ने कहा कि अगर 100 टेस्ट एंटीजनक्षेत्र में लिया जा रहा है तो एंटीजैन का 75% RTPCR तथा 25 प्रतिशत ट्रूनेट का स्वाब अनिवार्य रूप से संग्रहित करना सुनिश्चित करें। इसके अलावा घनी आबादी वाले क्षेत्र, स्लमक्षेत्र तथा वैसे क्षेत्र जहां व्यक्तियों के द्वारा सामुदायिक शौचालय का प्रयोग किया जाता है उन स्थानों पर ज्यादा से ज्यादा संख्या में कोविड-19 टेस्ट करना सुनिश्चित किया जाए। 

उपायुक्त ने सिविल सर्जन को निदेश दिया कि शहरी क्षेत्र के कंटेनमेंट जोन तथा ग्रामीण क्षेत्र के हॉटस्पॉट में चलाए जाने वाले कोविड-19 जांच अभियान को लेकर पदाधिकारियों व चिकित्सकों सामंजस्य स्थापित करते हुए कार्यो का निष्पादन करेंगे। उन्होने पदाधिकारियों को कार्यो में पारदर्शिता लाने का निर्देश दिया। संक्रमित व्यक्ति के ईलाज के जानकारी हेतु परिवारजनों के लिए ऑनलाइन पोर्टल विकसित करने का निर्देश दिया ताकि परिवारजनों को संक्रमित व्यक्ति के अधतन्न स्थिति की जानकारी उन्हे मिलती रहे। जिन सीएचसी और पीएचसी को रैपिड एंटीजन टेस्ट ड्राइव्स (आरएटी) के लिए संग्रह केंद्र के रूप में नामित किया गया है उनमें संतोषजनक परिणाम नहीं सामने आ रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि आसान सम्मिलन क्षेत्र और हॉटस्पॉट के अंदर सुलभ स्थानों पर बूथ / सैम्पल संग्रह केंद्र होने चाहिए।

आगे उन्होंने बताया कि जिले में भौगोलिक प्रसार का ट्रैक सकारात्मक मरीज के डेटा के विश्लेषण के माध्यम से होगा कि कौन से प्रखण्ड या क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हैं। कोविड स्थिति को देखते हुए सफल परीक्षण रणनीति के लिए कई कारकों पर विचार-विमर्श किया गया। इसके अलावा रैपिड एंटीजन टेस्ट के स्थायी और उचित उपयोग के लिए एवं इसके दुरुपयोग को नियंत्रित करने हेतु साप्ताहिक कोटा संलग्न तालिका के अनुसार तय किया गया है। उन्होंने निर्देशित किया कि परीक्षण लक्ष्यों का आकलन करें और इस तरह से योजना बनाएं कि जिले के सभी क्षेत्रों तक पहुंच बनाई जा सके। साथ ही परीक्षण के निर्धारित सिद्धांतों का पालन किया जाना अनिवार्य है। 

बैठक में इनकी रही उपस्थिति

उपायुक्त की अध्यक्षता में मुख्य रूप से सिविल सर्जन, डॉ सिद्धार्थ सान्याल, डीपीएम सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।


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