डुमरी प्रखंड में संचालित पोरैया आजीविका महिला संकुल संगठन, मुर्गी पालन एवं छछंदो व ठाकुरचक पंचायतों में लिफ्ट इरीगेशन निर्माण कार्य का उपायुक्त ने किया औचक निरीक्षण


पोरैया आजीविका महिला संगठन  महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देते हुए आजीविका से जोड़ आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है :- उपायुक्त…

आज दिनांक 10.09.2020 को उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी द्वारा डुमरी प्रखंड में संचालित पोरैया आजीविका महिला संकुल संगठन एवं छछंदो व ठाकुरचक पंचायतों में लिफ्ट इरीगेशन निर्माण कार्य का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि जेएसएलपीएस के माध्यम से सखी महिला मंडल का गठन कर उनको ग्रामीण स्तर पर आजीविका चलाने का जो कार्य किया जा रहा है वह काफी सराहनीय है। उन्होंने महिलाओं से आग्रह करते हुए कहा कि इस तरह के छोटे-छोटे समूह बनाकर महिलाएं आत्मनिर्भर हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए कई कल्याणकारी योजना लाई गई है। महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर महिलाओं को जागरूक होने की बात कही गयी। इसके अलावा उपायुक्त द्वारा आजीविका महिला संकुल संगठन में बनाए जा रहे अरहर दाल एवं आजीविका महिला संगठन के द्वारा तैयार किए गए साबुन आदि के निर्माण एवं विक्रय प्रणाली का निरीक्षण कर जायजा लिया गया तथा उचित मार्गदर्शन दिया गया। उन्होंने कहा कि दाल की पैकेजिंग एवं मार्केटिंग सुनियोजित तरीके से करें ताकि महिलाओं के आय बढ़ाने हेतु एक अच्छी मार्केट मिल सकें। उपायुक्त ने कहा कि एसएचजी महिलाओं के आजीविका संवर्धन और स्वावलंबी होने के लिए यह एक सुनहरा अवसर है।

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पोरैया आजीविका महिला संकुल संगठन, डुमरी में महिलाओं द्वारा साबुन तथा सभी प्रकार के दाल बनाकर उनकी पैकेजिंग कर मार्केट में बेचा जाता है। इसके अलावा महिलाओं द्वारा ग्रामीण स्तर के महिलाओं को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने हेतु जागरूक करने के उद्देश्य से प्रोत्साहित किया जाता है ताकि ग्रामीण महिलाओं को भी रोजगार से जोड़ उन्हें लाभान्वित किया जा सकें। साथ ही रोजगार सृजित करने की दिशा में बेहतर कदम उठाया जा सकें। इसके अलावा उपायुक्त ने डुमरी प्रखंड के बल्थरिया में एसएचजी महिलाओं द्वारा किए गए मुर्गी पालन का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया। इसके अलावा उपायुक्त ने डुमरी प्रखंड के चैनपुर में बनाए जा चप्पल का निरीक्षण किया। जहां मैनुअल मशीन एवं ग्रैंडर मशीन एवं प्रिंटिंग मशीन के माध्यम से हवाई चप्पल बनाया जाता है। उपायुक्त ने इसके मार्केटिंग एवं पैकेजिंग को लेकर JSLPS के डीपीएम को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। साथ ही उपायुक्त ने डुमरी प्रखंड के असुरबांध पंचायत में एसएचजी महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे जैविक खाद का निरीक्षण किया। इस दौरान बीपीएम ने बताया कि साबुन ओर वाशिंग पाउडर से संबंधित प्रशिक्षण एसएचजी महिलाओं को दिया गया है। साथ ही जैविक खाद का प्रशिक्षण दिया गया। जैविक खाद का इस्तेमाल मूंगफली की खेती, आलू की खेती, तथा धान में किया जाएगा। एसएचजी महिलाओं ने बताया कि यह जैविक खाद यूरिया खाद की तरह काम करता है। इसके जरिए महिलाओं को आय स्रोत में वृद्धि होगी। उपायुक्त ने एसएचजी महिलाओं को कहा कि इस योजना में ज्यादा से ज्यादा संख्या में महिलाओं को जोड़ा जाए। और उन्हें लाभान्वित किया जाय। 

इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने डुमरी प्रखंड के छछंदो पंचायत के टेसापुर व ठाकुरचक पंचायत के मधवाडीह में लिफ्ट इरीगेशन निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान उपायुक्त ने उपस्थित सभी लाभुकों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में 48 जगहों पर लिफ्ट इरीगेशन के माध्यम से सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। डुमरी प्रखंड में दो जगहों पर टेसापुर एवं मधवाडीह में सिंचाई की व्यवस्था की गई है। ताकि 12 महीनों तक फसलों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराया जा सकें। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लिफ्ट इरीगेशन से सिंचाई की सुविधा को स्वीकृत किया गया है। उपायुक्त ने कहा कि ग्राम/पंचायत स्तर पर समिति का गठन कर लें। समिति बनाकर सिंचाई की व्यवस्था को सुनिश्चित करने का दिशा निर्देश दिया। उपायुक्त ने कहा कि सिंचाई योजना चलाने की पूरी जिम्मेवारी समिति की होगी। उपायुक्त ने उपस्थित सभी लाभुकों से अपील करते हुए कहा कि इस योजना में आप सबकी सहभागिता जरूरी है। उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए अपने दायित्वों का निर्वहन करें। 

निरीक्षण के क्रम में इनकी रहीं उपस्थिति…

निरीक्षण के क्रम में मुख्य रूप से JSLPS के डीपीएम, बीपीएम, डुमरी, बीपीई व अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।


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