शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की हालत गंभीर, एयर एम्बुलेंस से चेन्नई भेजे गये, रांची में मंत्री के स्वास्थ्य लाभ के लिये मूलवासी सदान मोर्चा ने की महाआरती :


 

झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है. कोरोना से संक्रमित होने के बाद फेफड़े के संक्रमण से जूझ रहे शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को एयरलिफ्ट करके चेन्नई ले जाया गया. आज चेन्नई से आये फेफड़ा रोग विशेषज्ञों की देख-रेख में उन्हें शाम 6:35 बजे एयर एंबुलेंस से चेन्नई भेजा गया. झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के डुमरी के विधायक जगरनाथ महतो का फेफड़ा ट्रांसप्लांट भी करना पड़ सकता है. इससे पहले उन्हें मेडिका हॉस्पिटल में वेंटिलेटर से हटाकर एकमो मशीन पर डाला गया था. एमजीएम अस्पताल के डॉक्टरों की देखरेख में अब जगरनाथ महतो का चेन्नई में ही इलाज होगा.

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इससे पहले, चेन्नई के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का क्लिनिकल रिव्यू करने के बाद कहा था कि उन्हें एक्स्ट्रा कॉर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजेनेटर (एकमो) मशीन पर डालने की जरूरत है. विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह पर देर रात ही इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी. एकमो को आम बोलचाल की भाषा में आर्टिफिशियल लंग्स कहा जाता है. शिक्षा मंत्री को चेन्नई भेजे जाने से पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मेडिका जाकर चेन्नई से आये विशेषज्ञ डॉक्टरों से बातचीत की थी.

शिक्षा मंत्री की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें एकमो मशीन पर डाल दिया गया था. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विशेष आग्रह पर रविवार देर रात चेन्नई से रांची पहुंची विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम की सलाह के बाद ऐसा किया गया. रात के करीब 11 बजे रांची पहुंचे तीन डॉक्टरों डॉ अपर जिंदल, डॉ मुरारी कृष्ण और डॉ जुनैद अमीन ने आधी रात के बाद शिक्षा मंत्री की जांच की और उन्हें एकमो मशीन पर डालने की सलाह दी.

चेन्नई के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का क्लिनिकल रिव्यू करने के बाद कहा कि उन्हें एक्स्ट्रा कॉर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजेनेटर (एकमो) मशीन पर डालने की जरूरत है. विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह पर देर रात ही इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी. एकमो को आम बोलचाल की भाषा में आर्टिफिशियल लंग्स कहा जाता है. शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के फेफड़े में संक्रमण फैल चुका है और इसे ट्रांसप्लांट करने की नौबत आ गयी है.

कोरोना वायरस से संक्रमित शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का मेडिका के क्रिटिकल केयर यूनिट में इलाज चल रहा है. 28 सितंबर, 2020 को कोरोना से संक्रमित होने के बाद उन्हें बोकारो से राजधानी रांची लाया गया और राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) के कोविड-19 वार्ड में भर्ती कराया गया. 1 अक्टूबर को यहां उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गयी और आनन-फानन में शिक्षा मंत्री को मेडिका हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया.

मेडिका में भी उनकी सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ. रविवार (18 अक्टूबर, 2020) को उनकी तबीयत और बिगड़ गयी. इसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया. हालांकि, इसके पहले श्री महतो के परिवार ने उन्हें वेंटिलेटर पर डालने से मना कर दिया था. लेकिन, रविवार को उनकी हालत को देखते हुए वेंटिलेटर पर रखा गया. सांस लेने में तकलीफ की वजह से वेंटिलेटर पर रखे गये शिक्षा मंत्री श्री महतो को अब एकमो मशीन पर डाल दिया गया है.

रांची में शिक्षा मंत्री के स्वास्थ्य लाभ के लिये महाआरती :

इधर रांची में शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के स्वास्थ्य लाभ के लिये मूलवासी सदान मोर्चा की ओर से महाआरती की गयी. मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद के साथ साथ शिक्षाविद डॉ. जनार्दन प्रसाद, डॉ. अनिल मिश्रा, विशाल कुमार ने रविवार को वर्द्धमान कंपाउंड स्थित मां काली मंदिर में महाआरती की और शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के जल्द स्वास्थ होने की प्रार्थना की. राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि जगरनाथ महतो झारखंडियों की हमेशा चिंता करते है. उन्होंने बताया कि वे हमलोगो से मूलवासी सदान और आदिवासियों के बीच एकता को लेकर चर्चा करते थे. उनके दिल में प्रदेश के सभी वर्गों को आगे बढ़ाने और साथ निभाने का ख्याल रहता है. उनके होने से हमलोगो को संबल मिलता है.


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