झारखंड में 12वीं तक के सिलेबस में अहम बदलाव, सीएम हेमंत सोरेन की मिली मंजूरी


 

झारखंड के सरकारी स्कूलों में पहली से 12वीं तक के संशोधित सिलेबस को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंजूरी दे दी है।  सिलेबस में 40 फ़ीसदी की कटौती की गई है। इसमें कई बदलाव किये गए हैं। स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग की ओर से शुक्रवार को संशोधित सिलेबस जारी कर दिया जाएगा। 

हाई- प्लस टू स्कूल के साथ-साथ आठवीं तक के सिलेबस में 40 फीसदी तक की कटौती की गई है।  भाषा सब्जेक्ट में जहां चैप्टर बढ़ाये गए हैं वही गणित विज्ञान में सब चैप्टर हटाए गए हैं। मैट्रिक के सिलेबस में जो छात्र छात्रा नौवीं क्लास में पढ़ चुके हैं या फिर 11वीं में पढ़ने वाले हैं उसे हटाया गया है। इंटरमीडिएट का सिलेबस भी इसी तर्ज पर किया गया है। संशोधित पाठ्यक्रम में अगस्त महीने तक व्हाट्सएप के जरिए उपलब्ध कराए गए डिजिटल कंटेंट को रखा गया है। निर्धारित कंटेंट के बाद  सिलेबस में जो चैप्टर और टॉपिक हैं उसमें 40 फ़ीसदी की कटौती की गई है। 

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जारी होगा वेटेज ऑफ मार्क्स


संशोधित पाठ्यक्रम के साथ-साथ स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग मैट्रिक और इंटरमीडिएट के  परीक्षार्थियों के लिए वेटेज ऑफ मार्क्स भी जारी करेगा। सीबीएसई की तर्ज पर वेटेज ऑफ मार्क्स जारी होगा। इसमें संशोधित सिलेबस में परीक्षार्थियों को पता चल सकेगा कि किस चैप्टर और टॉपिक से कितने नंबर के प्रश्न आएंगे। इससे मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा की तैयारी करने में परीक्षार्थियों को सहूलियत होगी। 

एक फार्मूले पर दे सकेंगे गणित की परीक्षा


संशोधित सिलेबस के आधार पर मैट्रिक और इंटरमीडिएट के परीक्षार्थी एक फार्मूले के आधार पर ही परीक्षा दे सकेंगे। परीक्षा में इलिमिनेशन ( विलोपन) विधि से प्रश्न आएंगे। गणित में वैसे सब चैप्टर को हटाया गया है जिन्हें घर पर पढ़ना संभव नहीं है। मैट्रिक के साइंस में सीबीएसई की तर्ज पर कटौती की गई है। जो भी कठिन चैप्टर हैं उन्हें हटाया गया है। फ्लेमिंग लेफ्ट राइट एंड रूल नियम को छोटा किया गया है। मानव नेत्र और उसके रंग बिरंगी संस्कार में सिर्फ मानव नेत्र से ही सवाल आएंगे। 

मॉडल पेपर किए जाएंगे जारी


मैट्रिक और इंटरमीडिएट के सिलेबस संशोधित होने के साथ ही मॉडल प्रश्न पत्र भी जारी होंगे। जैक की ओर से  संशोधित सिलेबस के आधार पर मॉडल प्रश्न पत्र तैयार किए जा रहे हैं। इसमें सभी संशोधित चैप्टर से प्रश्न पूछे जाएंगे।  

छात्रों की जानकारी पहुंचाने की चुनौती


संशोधित सिलेबस को छात्र-छात्राओं तक पहुंचाने की विभाग के सामने चुनौती होगी। स्कूल बंद हैं। सभी छात्र-छात्राओं के पास मोबाइल और इंटरनेट की सुविधा नहीं है। ऐसे में शिक्षा विभाग के जेईपीसी, जेसीईआरटी, जिलों की वेबसाइट पर संशोधित सिलेबस अपलोड किया जाएगा। स्कूलों में मैट्रिक और इंटरमीडिएट के छात्र छात्राओं को बुलाकर सिलेबस कटौती की जानकारी दी जाएगी।  


टेस्ट के जरिए होगी तैयारी


सिलेबस संशोधित होने के बाद जैक के द्वारा जारी होने वाले मॉडल प्रश्नपत्र के आधार पर मैट्रिक और इंटरमीडिएट के छात्र छात्राओं को टेस्ट लिया जा सकेगा। उन्हें उसे बना कर  शिक्षकों को दिखाने के लिए कहां जाएगा, जो भी गलती होगी उसे पकड़ा जा सके।


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