गिरिडीह शहर के बरवाडीह में चक्की मिल में छापेमारी, नकली हल्दी बनाने के गौरखधंधो का हुआ उद्भेदन


 

गिरिडीह से चन्दन पाण्डेय की रिपोर्ट

जब्त हल्दी के बोरे के मालिक निकले शहर के विकास बसंईवाला, तो चक्की मिल के मालिक कृष्णा निकले

जांच के लिए खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी ने किया सैंपल कलेक्ट, चक्की मिल को किया गया सील

गिरिडीहः-नकली हल्दी की फैक्ट्री शहर में अब भी कई स्थानों पर संचालित है। लेकिन चक्की मिल में नकली हल्दी की पीसाई होते मंगलवार को गिरिडीह खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी ने पकड़ा। चक्की मिल में नकली हल्दी तैयार करने के आरोप में ही खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी ने चक्की मिल को सील करते हुए। हल्दी से भरे बोरों से जांच के लिए सैंपल कलेक्शन कराएं। दरअसल, चलंत लैब वाहन पिछले दो दिनों से शहर के स्थानों पर घूम रहा है। और मिलावट वाले समानों की पहचान कर रहा है। इसी क्रम में चलंत लैब वाहन के साथ खाद्य सुरक्षा पवन कुमार शहर के बरवाडीह स्थित कृष्णा चक्की मिल पहुंच गए। लैब टेक्नीशियन के साथ पहुंचे खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी ने चक्की मिल के भीतर देखा। तो दंग रह गए। कृष्णा चक्की मिल में गेंहू के बोरे भी पीसाई के लिए रखे हुए थे। तो पीसी हुई हल्दी के बोरे से पूरा चक्की मिल भरा हुआ था। इस दौरान खुद खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी ने बोरो का जांच किया। जिसमें हल्दी के साथ कई और संदिग्ध समान पाएं गए। बरवाडीह के एक गली में संचालित चक्की मिल में छापेमारी की सूचना पर इस दौरान काफी संख्या में लोगो की भीड़ जुटी। लिहाजा, सबों के मौजदूगी में ही खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी ने हल्दी के पाउडर से भरे बोरो को देखा। इस दौरान एक-दो नहीं। बल्कि 20 से अधिक बोरों में पीसी हुई हल्दी के पाउडर में सफेद रंग का दाना नजर आया। 20 से अधिक बोरो में करीब ढाई क्विंटल से अधिक नकली हल्दी मौजूद होने की बात सामने आई। इसके बाद लैब टेक्नीशियन ने जांच किया। तो पाया कि मिल में नकली हल्दी का पीसाई धड़ल्ले से किया जा रहा है। चलंत लैब के साथ खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी ने सुबह करीब पौने बारह बजे छापेमारी किया।

जब हल्ला हुआ। तो एक व्यक्ति विनय उपाध्याय सामने आया। और नकली हल्दी से भरे बोरो को रंग होने का दावा करते हुए कहा कि शहर के विकास बंसईवाला इस मिल में इण्डस्ट्रीयल रंग की पीसाई कराते है। जानकारी मिलने के बाद विकास बसंईवाला भी पहुंचे। और खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी के पास दावा करते हुए कहा कि हर बोरों में रंग के पाउडर भरे हुए है। साल में एक बार रंग की पीसाई बरवाडीह के चक्की मिल में पीसाया जाता है। इस रंग से कपड़ो की रंगाई की जाती है। विकास बसंईवाला के दावों के बाद मिल को सील करने के साथ करने जांच के लिए सैंपल लिए गए।


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