आज दिनांक 30 दिसम्बर को पीरटांड़ सिंहपुर में हैल्प फाउंडेशन एवं नाबार्ड के सहयोग से एक 15 दिवसीय (एमईडीपी योजनांतर्गत) बांस हस्त शिल्प प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की प्रखंड विकास पदाधिकारी श्री दिनेश कुमार,एलडीएम श्री रविन्द्र एवं डीडीएम नाबार्ड श्री आशुतोष प्रकाश ने एवं आयोजक संस्था की प्रशिक्षिका चिंता देवी ने संयुक्त रूप से दिप प्रज्ज्वलित कर किया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए संस्था के सचिव ऋतेश चन्द्र ने संक्षिप्त रूप से संस्था की गतिविधियों से परिचित करते हुए कार्यक्रम की इम्पेक्ट बेस्ड संकल्पना को बतलाया एवं परियोजना पर प्रकाश व अवसर पर स्पस्टीकरण के लिए सह आयोजक के तौर पर उपस्थित डीडीएम नाबार्ड ने एमईडीपी और इसके माध्यम से रूरल मार्ट और रूरल फेडरेशन की संकल्पना को मूर्त रूप प्रदान करने हेतु महिलाओं को आमंत्रित किया वहीं एलडीएम श्री रविन्द्र कु. सिंह ने संस्था की प्रशिक्षिका एवं पूरे आयोजन टीम को इस आयोजन के लिए धन्यवाद दिया और उपस्थित प्रतिभागियों को सरकार की सुरक्षा स्किम से जुड़ने और जोड़वाने कि आवस्यकता को बतलाया साथ ही कहा कि हेल्प फाउंडेशन व नाबार्ड के मार्गदर्शन में बढ़ आप स्वावलम्बी बने हमारी शुभकामना है। वहीं मुख्य अतिथि प्रखंड विकास पदाधिकारी श्री दिनेश कुमार ने आयोजक संस्था और नाबार्ड के प्रयास की भूरी भूरी प्रशंशा करते हुए कहा कि जैसा कि मार्गदर्शक टीम और प्रशिक्षक है आप निशिचत ही कामयाब होंगे। सौभाग्य से हम अंतरास्ट्रीय तीर्थ नगरी में है जहां की मार्किट इंटरनेशनल बाजार जैसी है जहां हैंडीक्राफ्ट की बोहोत अहमियत है। हमारी भी अपेक्षा है आप पूरे सिंहपुर को बांश शिल्प में दक्ष बनाइये जो सम्भव सहयोग है बतौर प्रशाशक हम करने का प्रयास करेंगे। वही प्रशिक्षिक दल ने सभी अतिथियों का स्वागत बम्बूक्राफ्ट बुके प्रदान कर किया।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए संस्था की प्रशिक्षिका श्रीमती चिंता देवी ने अथितियों का स्वागत करते हुए कहा कि आपकि उपस्तिथि हमें उत्साहित कर रही है की मुझे विश्वास है कि मैं अपने साथी प्रशिक्षक रीतलाल जी के साथ 15 दिनों में ही कुछ बॉस शिल्प पर दक्ष बना देंगे।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सचिव श्री रितेश चन्द्र ने अतिथियों को से आग्रह किया की आप हमारे प्रशिक्षण के क्लोजर में बतौर मूल्यांकनकर्ता के रूप में अवश्य आये और हमारे प्रशिक्षण का मूल्यांकन करें,उत्पादित सामग्रियों को खरीद हमारा उत्साहवर्धन करें।
कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के लीगल एडवाइजर गीतेश चन्द्र, पीरटांड़ के यूथ संयोजक श्री अंकित कुमार, कृषि उत्प्रेरक मुकेश मंडल, बीपीओ (शिक्षा) भोलाशंकर जी सहित मित्र आर्यन मुख्य थे वहीं शिखर जी बॉस हस्तशिल्प की भागवंती सहित अन्य स्वयं सहायता समूह की सदस्यों से योगदान दिया।