आज दिनांक 10/1/21को एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा की महत्वपूर्ण बैठक स्थानीय झंडा मैदान गिरिडीह में राज्य स्तरीय निर्णय के आलोक में आयोजित की गई।बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष नारायण महतो व संचालन जिला महासचिव सुखदेव हाजरा ने किया बैठक में निर्णय लिया गया कि झारखंड के पारा शिक्षकों के प्रस्तावित नियमावली व वेतनमान की प्रक्रिया को अब तक लागू नहीं होने की स्थिति में आक्रोशित पारा शिक्षकों के द्वारा एक बार पुनः राज्य स्तरीय आंदोलन का शंखनाद कर दिया गया।17 जनवरी से चरणबद्ध आंदोलन का निर्णय लिया गया अगर 17 जनवरी के पूर्व सरकार संशोधित नियमावली को कैबिनेट से पारित नहीं करती है तो 17 जनवरी को सभी सत्ता पक्ष के विधायकों की आवास में वादा पूरा करो प्रदर्शन किया जाएगा ,सभा को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष नारायण महतो ने कहा कि भारत की महान संस्कृति में शिक्षकों की कार्य संस्कृति को सामाजिक सेवा व राष्ट्र निर्माण की अमूल्य उपहार को नवाजा गया है।आज देश के अन्य वेतनमान की सुविधाओं से अलंकृत किया गया है परंतु झारखंड में 18 वर्षों से सेवा दे रहे पारा शिक्षकों की जिंदगी नरक बना कर रख दी गई है जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है, उन्होंने कहा कि पारा शिक्षकों की स्मिता की रक्षा के लिए 17 जनवरी से राज्यव्यापी आंदोलन की रणभेरी बज चुकी है,17 जनवरी को सत्ता पक्ष के विधायकों का आवास घेराव एवं 24 जनवरी को मंत्रियों के आवास पर वादा पूरा करो प्रदर्शन किया जाएगा जिला महासचिव सुखदेव हाजरा ने कहा कि झारखंड में विगत 18 वर्षों से झारखंड की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने वाह मुल्क के शैक्षणिक तहजीब को प्रगति सिलता के प्लेटफार्म पर पहुंचाने का अहम योगदान पारा शिक्षकों ने समर्पित किया।उन्होंने कहा कि अप्रैल 2022 के नई शिक्षा नीति पूरे देश में प्रभावी हो जाएगी जिसके अंतर्गत किसी भी विभाग की अनुबंध कर्मी व संविदा शिक्षकों की सेवा नियमितीकरण राज्य सरकार की बाध्यता होगी स्थाई नहीं कर पाने की स्थिति में उनकी सेवा समाप्ति की बाध्यता होगी इसलिए पारा शिक्षकों का भाग्य सुरक्षित को लेकर सरकार प्रस्तावित नियमावली व वेतनमान को जल्द कैबिनेट से पारित करने की दिशा में सार्थक कदम उठाने का कार्य करें वरना आंदोलन आत्मक परिपेक्ष्य के तीसरे चरण के 10 फरवरी 2021 को मान्य मुख्यमंत्री के आवास के समक्ष राज्य के 65000 पारा शिक्षकों का वादा पूरा करो का प्रदर्शन किया जाएगा अपने स्वाभिमान की रक्षा के लिए बलिदान यों का सैलाब झारखंड के क्रांतिकारी भूमि पर रुकने वाला नहीं है ।अनुपस्थिति पारा शिक्षक शिक्षिका का अशोक सिंह, मनोज शर्मा, रवि रंजन सिन्हा, गीता राज बख्शी, रमेश, मुख्तार अंसारी, सुधीर सिंह, उमेश राय ,लालजीत यादव, नारायण दास, वीना, पूरब देव ,विशाल चंद यादव, नंदकिशोर सिंह ,जमवाल ,अरुण मंडल, इमामुद्दीन अली, सुधीर प्रसाद, शिव शंकर,दीपक कुमार,, राज कुमार, ठाणे राठवा ,बालेरा महतो, आदि उपस्थित थे