झारखण्डधाम:- जिले के प्रमुख धर्मस्थल झारखण्डधाम में होने वाले महाशिवरात्रि मेला के नजदीकियां को देखते हुए जन जन की आवाज और सुकन्या राहत फाउंडेशन के द्वारा स्वच्छ अभियान चलाया गया। जिसमें संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियो भी मोजूद थे।
बता दे कि भगवान शिव की अपार शक्ति और भक्ति का पर्व महाशिवरात्रि हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है और इस साल यह तिथि 11 मार्च को पड़ रही है। पौरााणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इस दिन भगवान शिव और पार्वतीजी की पूरे विधि विधान से पूजा की जाती है और उन्हें भांग, धतूरा, बेल पत्र और बेर चढ़ाए जाते हैं। इस दिन कई लोग धार्मिक अनुष्ठान और रुद्राभिषेक व महा महामृत्युंजय मंत्र का जप करते हैं।
बता दे कि मेले को लेकर प्रखण्ड के प्रसिद्ध धर्मस्थल झारखण्डधाम में दो दिन पहले प्रशासनिक पदअधिकारियों व मन्दिर प्रबंधन समिति की संयुक्त बैठक हुआ था ! जिसका अध्यक्षता जमुआ के बी डी ओ विनोद कर्मकार ने की जिसमें कोविड 19 के निर्देशों के अनुकूल इस बार मंदिर मे वी आई पी पूजा बन्द रहेगी।प्रवेश और निकास द्वार अलग अलग होंगे। आधे किलोमीटर के पहले हर रास्ते को मजबूती से ब्रेकेडिंग की जाएगी ताकि कोई वाहन मेले में आ जा न सके।