कला संगम के महोत्सव में गीत-संगीत की धूम



गिरिडीह : कला संगम की ओर से मोती सिनेमा हॉल में आयोजित तीन दिवसीय स्व. जगदीश प्रसाद कुशवाहा स्मृति अखिल भारतीय बहुभाषी नाटक, लोकनृत्य, शास्त्त्रीय नृत्य व मॉडर्न नृत्य प्रतियोगिता के तीसरे दिन सोमवार को लोकनृत्य, शास्त्रीय नृत्य व नाटकों का मंचन हुआ ।

कला संगम ‘सर्जना’ स्मारिका का विमोचन

कला संगम की स्मारिका ‘सर्जना’ का प्रधान संपादक राकेश सिन्हा के नेतृत्व में मुख्य अतिथि डीसी राहुल कुमार सिन्हा, एनडीसी डॉ सुदेश कुमार, कार्यकारी अध्यक्ष डॉ परिमल सिन्हा, उपाध्यक्ष पंकज ताह, राजीव सिन्हा, सचिव सतीश कुंदन, स्मारिका के एडिटर सुनील मंथन शर्मा, निर्णायक अशोक मानव, सरसी चंद्र आदि ने संयुक्त रूप से विमोचन किया। 

डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि पूरे देश की विभिन्न संस्कृति विदेश में भी अपनी पहचान बना रखी है। कोरोना के कारण कलाकार प्रभावित हुए हैं, लेकिन कला संगम ने यह कार्यक्रम करके कलाकारों को प्रोत्साहित कर सराहनीय कार्य किया है। 



उपाध्यक्ष पंकज ताह की कला भवन बनाने की मांग पर डीसी ने कहा कि मोहलीचुवा में इंडोर स्टेडियम बन रहा है। वहां सांस्कृतिक कार्यक्रम किया जा सकेगा। इस तरह के महोत्सव से कलाकारों का मनोबल बढ़ता है। प्रधान संपादक राकेश सिन्हा ने कहा कि कोरोना के कारण कलाकार बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। उन्हें मदद मिलनी चाहिए।

आठ कलाकरों को मिला स्व. दिगम्बर प्रसाद स्मृति सम्मान

स्व. दिगंबर प्रसाद स्मृति सम्मान कला निकेतन धनबाद की नूतन सिन्हा, वाराणसी के रविकांत मिश्रा, जमशेदपुर की छवि दास, निरसा की श्रुति चंद्रा, गिरिडीह के राजेश अभागा व अनिल कुमार सिन्हा,  उड़ीसा के प्रवीर जेना, धनबाद के गौरव सरकार को दिया गया। मौके पर मुख्य सलाहकार कृष्ण कुमार सिन्हा, सह सचिव शिवेंद्र सिन्हा, संगीत प्रमुख ऑरित चंद्र, नाट्य प्रमुख नीतीश आनंद, मीडिया प्रभारी सुनील मंथन शर्मा, कार्यालय प्रभारी मनोज कुमार मुन्ना, डॉ पुष्पा सिन्हा, डॉ पायल वर्मा, रवीश, शुभम, सिद्धांत, विकास, क्रांति शाहा , इंदर प्रसाद सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे ।


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