झारखंड बोर्ड 11वीं की रिजल्ट में सुधार को लेकर एबीवीपी व छात्रों का धरना प्रदर्शन,जमकर किया नारेबाजी…


नए समाहरणालय भवन मैं प्रदर्शन कर रहे हैं एबीवीपी के कार्यकर्ता व 11वीं के छात्र
IMG-20240727-WA0000-1
Picsart_23-03-27_18-09-27-716
पिछले दिन इंटर 11वीं की रिजल्ट प्रकाशित होने के बाद काफी संख्या में छात्र फेल हुए हैं जिसको लेकर झारखंड अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गिरिडीह ईकाई व इंटर 11वीं के छात्रों द्वारा परिणाम में सुधार को लेकर लागतार प्रदर्शन जारी हैं। इसी निमित्त आज एबीवीपी व छात्रों द्वारा नए समाहरणालय भवन डीसी ऑफिस का घेराव किया गया।
वहां एबीवीपी की अगुआई में छात्र व एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन जोरदार हंगामा ,नारेबाजी की जिसका जानकारी मिलते ही एसडीएम विशालदीप खलखो, प्रशिक्षु आईएएस उत्कर्ष कुमार, एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह, बीडियो दिलीप महतो, डीईओ नीलम आईलीन टोपो, मुफ्फसिल थाना प्रभारी कमलेश पासवान, थाना प्रभारी आरएन चौधरी समेत अन्य पदाधिकारी पहुंचे और छात्रों का मांग जल्द पूरा होने का आश्वासन देने लगे।
झारखंड प्रदेश के सोशल मीडिया प्रभारी सह प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आशीष सिंह ने उपायुक्त के समक्ष कुल 7 प्रस्ताव रखें:-
प्रस्ताव क्रमांक 01- जैक द्वारा ली गई 11 वीं 2023 की परीक्षा में किसी स्कूल में 100% मे 100% छात्र छात्राएँ पास है तो किसी स्कूल मे 75% विद्यार्थी फेल है, ऐसा क्यों?
प्रस्ताव क्रमांक 02 – फेल हुवे छात्र – छात्रों का कॉपी बिना कोई अबिलम्ब किये हुवे कॉपी फिर से Re-Check हो।
प्रस्ताव क्रमांक 03 – कक्षा 11वीं में फेल हुवे छात्र – छात्रों के भविष्य को देखते हुवे बिना किसी अबिलम्ब के पूरक परीक्षा कराया जाये।
प्रस्ताव क्रमांक 04 – राँची विश्वविद्यालय के तर्ज पर विनोवा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग के द्वारा संचालित सभी डिग्री कॉलेजों मे अविलंब इंटर का नामांकन शुरू किया जाय।
 प्रस्ताव क्रमांक:- 05 विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग कुलपति से वार्तालाप कर गिरिडीह महाविद्यालय में पीजी के सभी विषयों में इसी सत्र 2023 से नामांकन लेनी की व्यवस्था की जाय तथा इसी सत्र से ड्रेस कोड लागू किया जाय।
प्रस्ताव क्रमांक:- 06 – गिरिडीह महाविद्यालय में कक्षाएं नियमित रूप से चलाई जाय वहां पर सारे प्रोफेसर सिर्फ तनख्वाह उठाने में लगे हुए हैं।
प्रस्ताव क्रमांक:- 07- सर जेसी बॉस गर्ल्स हाई स्कूल गिरिडीह में वर्तमान नामांकन की सीटें घटाकर 170 कर दी गई है पूर्व की व्यवस्था नामांकन लेनी की व्यवस्था की जाय।
आशीष सिंह ने बताया कि परिषद सन् 1949 सिर्फ छात्रहित में कार्य करती आ रही परिषद का मुख्य उद्देश्य छात्र छात्राओं की समस्या एवं उनके पढ़ाई के बीच आ रही अड़चनों को दूर करने का होता है आज जैक द्वारा उन मेघावी को बच्चों को फेल कर दिया गया जो बच्चे दसवीं की परीक्षा में 85 से 91% प्रतिशत लाये थें, बच्चे दिन रात पढ़ाई कर परीक्षा देते और यहां गलत मूल्यांकन कर बच्चों को फेल कर दिया जा रहा विरोध करने 20-21 दिन समय मांग जा रहा सवाल है जब परीक्षा मल्टीपल चोवाइस क्वेश्चन के तहत हुई थी तो मूल्यांकन 3-4 दिन के अंदर हो जाना चाहिए फिर 20-21 दिन क्यों सब कुछ तो कम्प्यूटराइज है बहुत ही निराशाजनक स्थिति न तो सरकार बच्चों को सुविधा उपलब्ध कराती ऊपर से आज बच्चों को मानसिक तनाव और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर आज उनको विरोध मार्च में शामिल करने को विवश किया है जिसका नेतृत्व छात्र छात्राओं की आन बान शान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कर रही और जब तक रिजल्ट सुघार कर घोषित नहीं किया जायेगा तब तक यह विरोध जारी रहेगा इस दौरान मार्च में शामिल 11 वीं के 300 से अघिक छात्र छात्राएं समेत अभाविप के सैकड़ों पदाधिकारी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page