वेब इंटरनेशनल स्कूल में बेस्ट आउट ऑफ़ वेस्ट प्रतियोगिता का आयोजन,वेस्ट मैटेरियल का प्रयोग कर छात्रों ने बनाया प्रदर्शनी..


Picsart_24-03-22_12-10-21-076
Picsart_24-03-22_12-11-20-925
Picsart_24-03-22_12-08-24-108
Picsart_24-03-22_12-13-02-284
शनिवार को जमुआ सियाटांड में स्तिथ वेब इंटरनेशनल स्कूल में बेस्ट आउट ऑफ़ वेस्ट प्रतियोगिता कार्यक्रम का आयोजन किया गया,जिसका शुभारंभ प्रतियोगिता में आए अभिभावकों के द्वारा फीता काट कर तथा विद्यालय के निदेशक एवं प्रिंसिपल सूरज लाला ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम को आरंभ किया।
इस दौरान बताया गया की हमारे समाज में घरों से लेकर उद्योग तक जिस प्रकार कचरे में वृद्धि हो रही हैं , हमें इनसे छुटकारा पाने के लिए बहुत ही नवीन दृष्टिकोण की आवश्यकता है। ऐसी वस्तुएं जिन्हे आस पास देखते है और वे अपशिष्ट हो चुकी है , उन्हे हम पुनर्चक्रण एवं पुनः प्रयोग के माध्यम से उपयोग में ला सकते हैं।
छात्रों द्वारा बनाया गया प्रदर्शनी..
कुछ ऐसी ही प्रतिभा जमुआ स्थित वेव इंटरनेशनल स्कूल में देखने को मिली , जहाँ विद्यार्थियों ने अपेक्षित वस्तुओं को अपनी रचनात्मक विचार के माध्यम से नया रूप देकर उन्हे पूर्ण रूप से वापस उपयोगी बना दिया। जमुआ स्थित वेव इंटरनेशनल स्कूल के होनहार छात्रों ने अपनी रचनात्मकता का सही इस्तेमाल करते हुए विद्यालय में आयोजित बेस्ट आउट ऑफ़ वेस्ट प्रदर्शनी में और अपेक्षित वस्तुओं को लैंडफिल में डालने के बजाय, विभिन्न नवीन और रचनात्मक विचार का प्रयोग करते हुए उन्हे नया और उपयोगी रूप दे दिया। विद्यार्थियों ने रोजमर्रा के प्रयोग में आनेवाली वस्तुएं जैसे प्लास्टिक,चश्मा, अखबार, इलेक्ट्रॉनिक,कार्डबोर्ड इत्यादि से नई वस्तुएं बनाकर अपनी रचनात्मकता का उत्कृष्ट परिचय दिया।

-Advertisment-

15 Dec Giridih Views
Stepping Smiles
Picsart_23-02-13_12-54-53-489
Picsart_24-02-06_09-30-12-569
Picsart_22-02-04_22-56-13-543
कार्यक्रम का शुभारंभ करते निदेशक एवं प्रिंसिपल
विद्यालय के प्रबंध निर्देशक कृष्णा सिंह ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा की बेकार पड़ी या फेंकी वस्तुएं पर्यावरण के लिए हानिकारक है और उन्हे पुनर्चक्रण के माध्यम से वापस प्रयोग में लाने से पर्यावरण में होनेवाले नुकसान को बचाया जा सकता है। वही , विद्यालय के प्राचार्य सूरज कुमार लाला ने बताया विद्यार्थियों में नयी चेतना जगाना समय की मांग है और अनुपयोगी वस्तुओं को उपयोग में ला कर, इन्हें नया रूप देना ही रीसाइक्लिंग है. इससे वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण जैसी परेशानियों से बहुत हद तक बचा जा सकता है. विद्यालय के लिए आज का यह दिन विशेष इसलिए भी था क्योंकि विद्यालय कि कक्षा पांचवी में अध्ययनरत छात्रा भावना बरनवाल ने विद्यालय के शिक्षकों के मार्गदर्शन में नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा पास की और आज विद्यार्थी एवं उसके माता पिता को विद्यालय प्रबंधन द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर शंकर कुमार राय , गौरव काप्री , नितेश, टिकेश्वर , गायत्री, नाज़िआ, मोहिनी, मोनाली, विजय संतोष इत्यादि शिक्षक उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page