अगले तीन दिन यह रहेंगे त्योहार:सावन का आखिरी सोमवार आज बाबा झारखंड धाम में उमड़े श्रद्धालुओं की भीड़, 29 को मंगला गौरी पूजन, 30 को मनेगा रक्षाबंधन


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झारखंडधाम: सावन का आखिरी सोमवार आज है। सुबह से बाबा झारखंड धाम में श्रद्धालुओं का भीड़ जुटने लगा है। इस बार सावन में चार नहीं बल्कि आठ सोमवार पड़े हैं। 28 अगस्त को सावन का आखिरी सोमवार है। यही कारण है कि झारखंड धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रबंधन और पुलिस ने काफी इंतजाम किए हैं। अगले तीन दिन भक्तों के लिए खास हैं।

आज सावन का आखिरी सोमवार है। मंगलवार (29 अगस्त) को मंगला गौरी पूजन है और बुधवार (30 अगस्त) को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा। सावन के आखिरी सोमवार होने के चलते बाबा झारखंडधाम में सुबह से ही भीड़ है। मंदिरों के बाहर बेल पत्र, फूल, प्रसाद, नारियल व मिठाई की दुकानें सजी हुई हैं।

सावन शुक्ल पक्ष के समापन से पहले विष्णु एवं शिव आराधना तथा रक्षाबंधन सहित पांच दिन महत्वपूर्ण रहेंगे। इन पांच दिनों में दो दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, एक दिन रवि योग जैसे महत्वपूर्ण योगों की निष्पत्ति भी हो रही है। ज्योतिष के जानकार बताते हैं कि सावन शुक्ल पक्ष का समापन 31 अगस्त को रवि योग में हो रहा है। इससे पहले पांच दिन धार्मिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण हैं। 27 अगस्त, रविवार को प्रीति, आयुष्मान एवं सर्वार्थ सिद्धि योग पवित्रा एकादशी व्रत श्रद्धालुओं द्वारा किया जाएगा। आज सावन मास का आखिरी सोमवार सोम प्रदोष व्रत एवं सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ होने से शिवजी की आराधना के लिए विशेष शुभ माना जा रहा है। इस शोभन योग होने से इसका विशेष महत्व और अधिक बढ़ गया है। मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रदोष काल में शिवजी की आराधना शुभ रहेगी।

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मंगलवार को मंगला गौरी पूजन है

29 अगस्त तेरस मंगलवार के दिन मंगला गौरी का व्रत पूजन किया जाएगा। यह सावन मास का आखिरी मंगला गौरी व्रत होने से इसका महत्व अधिक माना गया है। इस दिन मंगला गौरी की मिट्टी की प्रतिमा बनाकर पंचोपचार पूजन करें तथा उनका रोली, चंदन, हल्दी, सिंदूर, मेहंदी, काजल लगाकर श्रृंगार करें। उन्हें 16-16 प्रकार फूल, पत्ते, फल, मिठाई, जीरा, पान सुपारी, धनिया, लॉग-इलायची, चूडियां अर्पित करने के उपरांत कथा सुनें।

बुधवार को रक्षाबंधन मनाया जाएगा

30 अगस्त, बुधवार को रक्षाबंधन, श्रावणी उपाकर्म एवं कोकिला व्रत की पूर्णता होने से यह दिन विशेष महत्वपूर्ण होगा। इस दिन मित्र योग की निष्पत्ति हो रही है। रक्षाबंधन के दिन सुबह 10:59 बजे पूर्णिमा तिथि के प्रारंभ होने के साथ भद्रा प्रारंभ हो जाएंगी जो रात 9:02 बजे समाप्त होगी। इसलिए रक्षाबंधन भद्रा के बाद शुरू होगा। 31 अगस्त, पूर्णिमा पुण्यकाल में सावन का समापन होगा।

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