आयुष्मान भव सेवा पखवाड़ा के तहत एक बार फिर ग्रामीण व शहरी इलाकों में बनाए जाएंगे  आधार और आयुष्मान कार्ड, पढ़े ख़बर


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स्वास्थ मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार, गिरिडीह स्वास्थ विभाग ने आयुष्मान भव सेवा पखवाड़े की तैयारी को पूरा किया है। 2 अक्टूबर तक यह सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम चलाया जाएगा, जिसमें कई अभियान शामिल होंगे। इसके तहत 5 साल और इससे ऊपर उम्र के व्यक्तियों के लिए आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा और आंगनबाड़ी केंद्रों में इसका प्रसार किया जाएगा। साथ ही, ग्रामीण इलाकों में सीएचसी स्वास्थ केंद्रों में भी इसकी शुरुआत की जाएगी।
27 सितंबर को, मातृत्व शिशु स्वास्थ मेला ग्रामीण और अर्बन इलाकों में होगा, जिसके तहत सीएचसी और पीएचसी में सेवाएँ प्रदान की जाएगी। 2 अक्टूबर को, ग्रामीण इलाकों में सभी स्वास्थ केंद्रों में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा ताकि लोग अपने इलाज के लिए जानकारी प्राप्त कर सकें।
इसके साथ ही, मुख्यमंत्री गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए पांच लाख रुपए तक का इलाज आयुष्मान कार्ड से करा सकेंगे, जिसकी अनुमति राज्य सरकार द्वारा दी गई है। इसके बाद के इलाज के लिए अलग से फंड स्वीकृत किए जाएंगे।

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कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर, 1 से 19 साल के बच्चों को गोली खिलाने का कार्यक्रम चलाया जाएगा, जिसके लिए जिले भर में 11 लाख बच्चों को लक्ष्य बनाया गया है।
प्रेसवार्ता के दौरान सिविल सर्जन ने जानकारी दिया की अब हर व्यक्ति पांच लाख रुपए के खर्च तक का इलाज मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी इलाज आयुष्मान कार्ड से करा सकता है। इसके लिए राज्य सरकार ने मंजूरी दिया है। जबकि पांच लाख के बाद का इलाज के लिए अलग से फंड स्वीकृत किया जाएगा। सिविल सर्जन ने बताया की 20 सितंबर से ही कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाना है। 1 से 19 साल तक के बच्चो को हर आंगनबाड़ी केंद्रों में अल्बेंदाजोल की गोली खिलाई जाएगी। जिले भर में 11 लाख बच्चो को ये गोली खिलाने का लक्ष्य है।

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