Food Poisoning: खाना कब हो जाती है खराब, लापरवाही कर सकती है फ़ूड पॉइजनिंग


Source: Internet
IMG-20240727-WA0000-1
Picsart_23-03-27_18-09-27-716

Food Poisoning: फूड पॉइजनिंग एक संक्रमण है, जो बैक्टीरिया, वायरस या फंगस से हो सकता है। जब बैक्टीरिया या फंगस किसी खाने को संक्रमित करते हैं और उसे कोई व्यक्ति खाता है तो ये बैक्टीरिया पेट के अच्छे बैक्टरिया को नष्ट कर देते हैं। इससे पाचन क्रिया बिगड़ जाती है। यह दिक्कत गंदे पानी या एक्सपायरी डिब्बाबंद जूस व फूड खाने-पीने से भी हो सकती है। इनका भी ध्यान रखें।

Picsart_24-03-04_04-01-19-666
Picsart_22-05-25_12-04-24-469
Picsart_24-04-04_11-48-44-272

 

गर्मी में तेजी से पनपते हैं बैक्टीरिया व फंगस

जब तापमान 32-35 सेल्सियस से अधिक हो जाता है तो यह मौसम बैक्टीरिया और फंगस के लिए ज्यादा अच्छे होता है। कई अध्ययनों से स्पष्ट है कि 37 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान पर बैक्टीरिया और फंगस तेजी से ग्रो करते हैं। इसलिए गर्मी के दिनों में खाना जल्दी खराब हो जाता है। डॉक्टर भी ताजा बना भोजन खाने की सलाह देते हैं।

कुछ भी खाने के बाद उल्टी है मुख्य लक्षण

फूड पॉइजनिंग के मुख्य लक्षणों में पेट में तेज दर्द, हर आधे घंटे के आसपास उल्टी-दस्त, खाना न पचना आदि शामिल हैं। तुरंत उल्टी होना, सिर में तेज दर्द, ज्यादा थकान व कमजोरी, शरीर बेजान महसूस होना, शरीर का तापमान बढऩा यानी बुखार होना आदि। वैसे तो यह समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है, लेकिन बच्चों में अधिक होती है।

-Advertisment-

Picsart_23-02-13_12-54-53-489
Picsart_22-02-04_22-56-13-543
Picsart_24-02-06_09-30-12-569
Picsart_24-03-22_12-08-24-108
Picsart_24-03-22_12-11-20-925
Picsart_24-03-22_12-10-21-076

 

संक्रमण हो गया हो तो…

शरीर में पानी की कमी न होने दें। उल्टी-दस्त होने पर नारियल या नींबू पानी, ग्लूकोज, इलेक्ट्रॉल पाउडर का घोल पीते रहें। हल्का खाना जैसे सूप, खिचड़ी या गीले चावल लें। पोटैशियम से भरपूर केला भी इसमें खाने से दस्त से राहत मिलती है।

फूड पॉइजनिंग में क्या नहीं खाएं?

इन सब उपायों को आजमाने के बाद अगर आपको थोड़ी राहत महसूस हो रही है, तो भी कुछ दिनों तक हल्की सुपाच्य चीज़ों ही खाएं। कुछ दिनों तक डेयरी प्रोडक्ट्स खासतौर से दूध और पनीर, फैटी फूड्स, तली-भुनी चीज़ें, शुगरी प्रोड, चटपटा खाना खाने से बचें। कैफीन, अल्कोहल, निकोटीन लेना भी अवॉयड करें।

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें…


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page