मेहनत के बदले न जाने कितने लोगों ने अपने सपने पूरे किए हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही व्यक्ति के बारे में बताएंगे, जो घरवालों की ट्रिप प्लान करते हुए पैसे बचाते थे. इस दौरान उन्हें ऐसा आइडिया आया कि उन्होंने करोड़ों का बिजनेस खोल दिया. हम बात कर रहे हैं, जीरो फंडिंग से हजारों करोड़ों की कंपनी बना देने वाले रिकांत पिट्टी की. वह EaseMyTrip के सह-संस्थापक हैं. पिट्टी ने साधारण से आइडिया को 8000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की कंपनी में बदल दिया. 8700 करोड़ से ज्यादा वैल्यूएशन वाली कंपनी बनाने वाले रिकांत पिट्टी ने इसे यहां तक पहुंचाने के लिए शुरुआती स्तर पर कोई फंडिंग नहीं ली.
ईज़ी ट्रिप प्लानर्स के रूप में भी जानी जाने वाली, EaseMyTrip एक ट्रेवल कंपनी है जो टिकट, ट्रांसपोर्ट, टूर पैकेज आदि उपलब्ध कराती है. नई दिल्ली के पटपड़गंज औद्योगिक क्षेत्र में स्थित, EasyMyTrip एक भारतीय ट्रैवल एजेंसी है. इस ट्रैवल एजेंसी के ऑफिस पूरे भारत और दुनिया भर में हैं. इस कंपनी को साल 2008 में तीन भाइयों- निशांत पिट्टी, प्रशांत पिट्टी, और रिकांत पिट्टी ने मिलकर शुरू किया था. यह कंपनी ट्रैवल वेबसाइट चलाती है जो फ्लाइट्स, होटलों, बस टिकटों और टूर पैकेजों पर डिस्काउंट देती है. यह कंपनी सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दूसरे देशों में भी ट्रिप पैकेज उपलब्ध कराती है. कंपनी की वेबसाइट और मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से ऑनलाइन बुकिंग की जा सकती है. ऐसे में आइए जानते हैं कि रिकांत पिट्टी की सफलता के बारे में…
पिता का टिकट करने लगे बुक
रिकांत पिट्टी तब इंजीनियरिंग कर रहे थे. उनके पिता एक बिजनेसमैन थे और उन्हें महीने में 15-20 फ्लाइट्स पकड़कर एक जगह से दूसरी जगह आना-जाना होता था. उस समय ट्रैवल एजेंट टिकट के ऑनलाइन प्राइस से लगभग 1,500 रुपये अधिक चार्ज करते थे. ऐसे में उन्होंने पैसा बचाने के लिए खुद टिकट बुकिंग करनी शुरु कर दिया.अगर वह 15 फ्लाइट्स भी लेते तो उन्हें लगभग 20,000 रुपये अतिरिक्त देने पड़ते थे. इस दौरान उन्हें समझ आया गया कि इसके जरिए पैसा बचाया जा सकता है. जिसके बाद वह पिता के लिए ही नहीं, जल्द ही वह दोस्तों और परिवार के लोगों के लिए भी टिकट बुक कराने लगे.
कैसे शुरु की EaseMyTrip कंपनी
इस बीच रिकांत को ट्रैवल एजेंट बनने का ऑफर दे दिया गया. जिसके बाद रिकांत ने कॉलेज स्टूडेंट रहते हुए ही ड्यूक ट्रैवल्स नाम की एक ट्रैवल एजेंसी खोल दी. ड्यूक ट्रैवल्स ने बल्क SMS भेजकर अपनी शुरुआत की. रिस्पॉन्स अच्छा मिला और 2007 आते-आते अपने साथ 400 ट्रैवल एजेंट जोड़ लिए. 2008 में रिकांत ने अपने भाई को साथ लिया और 15 लाख रुपये का निवेश करके पूर्वी दिल्ली के एक वन-बेडरूम अपार्टमेंट में कंपनी शुरू कर दी. इसी बीच ईज़मायट्रिप 2008 के बाद से ही हर साल मनाफे के साथ 50 प्रतिशत की गति से बढ़ रही थी. 2021 में कंपनी अपना आईपीओ लाई. आईपीओ को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला और आईपीओ 159.33 गुना अधिक सब्सक्राइब हुआ. रिकांत पिट्टी और उनके दो भाइयों की मेहनत रंग लाई. पिछले महीने EasyMyTrip के सह-संस्थापक रिकांत ने गुरुग्राम के सेक्टर 32 में 99.34 करोड़ रुपये में एक कमर्शियल प्रॉपर्टी खरीदी थी. कभी अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी नहीं कर पाने वाले रिकांत अब 4.22 करोड़ रुपये की लेम्बोर्गिनी चलाते हैं.
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