रांची- रांची में बर्ड फ्लू तेजी से फेल रहा हैं एक महीने के भीतर दूसरी बार बर्ड फ्लू की पुष्टि हुईं हैं। जिसके बाद प्रभावित इलाकों में जिला प्रशासन की ओर से गठित रैपिड रिस्पांस टीम ने बुधवार से मुर्गे-मुर्गियों, अंडे ,बत्तख और अन्य पक्षियों को मारने का अभियान शुरू किया. इस बार रांची के मोरहाबादी से 10 किलोमीटर की परिधि का इलाका इन्फेक्टेड जोन के तौर पर चिन्हित किया गया है. इस इलाके में मुर्गे-मुर्गियों, पक्षियों और अंडों की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है।
ICAR-NIHSAD भोपाल में रांची के मोरहाबादी स्थित रामकृष्ण मिशन आश्रम के कुक्कुटों की जांच के लिए नमूने भेजे गये थे, जिसमें H5N1 Avian Influenza की पृष्टि हुई है।
रांची के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार इन्फेक्टेड मुर्गे-मुर्गियों, बत्तख और पक्षियों को मारकर डिस्पोज किया जाता है।लोगों से इस अभियान में सहयोग की अपील की गई है। इधर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के झारखंड राज्य निदेशक आलोक त्रिवेदी ने रांची के सिविल सर्जन को सर्विलांस जोन में सर्दी, खांसी, बुखार और सांस के मरीजों की पहचान कर उनका प्रबंधन करने का निर्देश दिया है।
बर्ड फ्लू के लक्षण
सीडीसी के अनुसार अगर कोई व्यक्ति बर्ड फ्लू से संक्रमित हो गया, तो उसमें हल्के और गंभीर लक्षण नजर आते हैं। अगर इन लक्षणों को तुरंत पहचान कर इलाज शुरू न किया जाए, तो संक्रमित व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। ये है बर्ड फ्लू के लक्षण बुखार,खांसी गले में खराश,नाक बहना,मांसपेशियां में दर्द,शरीर में दर्द ,सिरदर्द,थकान,सांस लेने में तकलीफ।
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