अधिकारी की लापरवाही पर जीप अध्यक्ष का औचक निरीक्षण: जिला उद्यान पदाधिकारी को मिली फटकार…


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गिरिडीह:- सरकारी कार्यालयों में अधिकारियों का निर्धारित समय पर न आना एक पुरानी समस्या है, लेकिन इसका सबसे अधिक खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है। कई अधिकारी अपने कार्यालयों में समय पर नहीं पहुंचते, जिससे दूर-दराज के ग्रामीणों को बार-बार बिना काम के ही लौटना पड़ता है। इसी सिलसिले में, जिला उद्यान पदाधिकारी वरुण कुमार के खिलाफ भी लगातार शिकायतें जिला परिषद की अध्यक्ष मुनिया देवी तक पहुंच रही थीं।

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शिकायतों की गंभीरता को देखते हुए, आज सुबह करीब 11 बजे, जीप अध्यक्ष मुनिया देवी ने जिला उद्यान पदाधिकारी के कार्यालय का औचक निरीक्षण करने का निर्णय लिया। जब वे कार्यालय पहुंचीं, तो उन्होंने पाया कि अधिकारी की कुर्सी खाली थी, और कार्यालय में कोई जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं था। 

जीप अध्यक्ष ने तुरंत स्थिति का जायजा लिया और स्थिति को गंभीर मानते हुए, अधिकारी वरुण कुमार को फोन मिलाया। लेकिन चार-पांच बार कॉल करने के बावजूद, अधिकारी ने फोन रिसीव नहीं किया। इस देरी से मुनिया देवी का गुस्सा और बढ़ गया।

करीब आधे घंटे बाद, जब जिला उद्यान पदाधिकारी वरुण कुमार कार्यालय पहुंचे, तो जीप अध्यक्ष ने उन्हें जमकर फटकार लगाई। उन्होंने वरुण कुमार को सख्त लहजे में निर्देश दिया कि वे समय पर कार्यालय में उपस्थित हों और अपनी कार्यशैली में सुधार लाएं। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर भविष्य में इस तरह की लापरवाही दोबारा सामने आई, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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वहीं, अपनी सफाई में जिला उद्यान पदाधिकारी वरुण कुमार ने बताया कि वे जिले में दो विभागों का प्रभार संभाल रहे हैं, जिसके कारण उन्हें दोनों कार्यालयों का काम देखना पड़ता है। उन्होंने अपनी मजबूरी जताते हुए कहा कि इसी कारण से वे समय पर अपने कार्यालय नहीं पहुंच सके थे। 

लेकिन इस स्पष्टीकरण के बावजूद, इस घटना ने सरकारी अधिकारियों की लापरवाही और उनकी जिम्मेदारियों के प्रति उदासीनता को फिर से उजागर कर दिया है। ऐसे समय में जब जनता को त्वरित सेवाओं की जरूरत है, अधिकारियों की इस तरह की लापरवाही न केवल उनकी छवि खराब करती है, बल्कि सरकारी तंत्र की कार्यक्षमता पर भी सवाल खड़े करती है।

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