गिरिडीह जिला मुख्यालय से एक गंभीर और मानवता को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। बोरिंग वाहन चालक संजय दास की संदेहास्पद मौत के मामले में गिरिडीह पुलिस अधीक्षक डॉ. विमल कुमार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों में सहायक अवर निरीक्षक मोहम्मद मूसा, हवलदार बिनोद कुमार तिवारी और बाणेश्वर सोरेन शामिल हैं।
पुलिस अधीक्षक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी विस्तृत जांच के आदेश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि जांच के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
घटना मंगलवार रात की है, जब 40 वर्षीय संजय दास, जो नावाटांड इलाके का निवासी था, बोरिंग मशीन लेकर गिरिडीह लौट रहा था। जैसे ही वह ताराटांड जंगल के समीप पहुंचा, वहां तैनात पुलिस गश्ती दल ने वाहन को रोका और संजय से पैसे की मांग की।
सहचालक के अनुसार, इसी दौरान विवाद बढ़ा और पुलिसकर्मियों ने संजय को वाहन से उतारकर बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। वहीं संजय के साथ मौजूद सहचालक को भी मारा गया, लेकिन वह किसी तरह वहां से भागने में सफल रहा।
कुछ देर बाद गश्ती दल के वाहन चालक ने बोरिंग वाहन के मालिक को फोन कर सूचना दी कि उसका ड्राइवर सड़क पर गिरा हुआ है। जब वाहन मालिक मौके पर पहुंचा तो संजय गंभीर स्थिति में सड़क पर पड़ा था। तत्काल उसे गिरिडीह सदर अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना के बाद परिजनों ने सदर अस्पताल में जमकर हंगामा किया और पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया। पूरे मामले को लेकर स्थानीय लोगों में भी आक्रोश देखा गया।
पुलिस अधीक्षक द्वारा की गई कार्रवाई से एक ओर जहां पीड़ित परिवार को कुछ हद तक न्याय की उम्मीद मिली है, वहीं दूसरी ओर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठ रही है।