गिरिडीह: झारखंड राज्य आजीविका कर्मचारी संघ, जिला इकाई (सम्बद्ध—झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ) ने शुक्रवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पलाश जेएसएलपीएस के एल-5 से एल-8 स्तर के कर्मियों की छह सूत्री मांगों को सरकार के समक्ष रखा। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे।
संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि जेएसएलपीएस के कर्मचारी ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका संवर्धन, महिला सशक्तिकरण और सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बावजूद इसके, उन्हें मानदेय, सुविधाओं और पदोन्नति के मामले में लगातार उपेक्षित किया जा रहा है।
कर्मियों की मुख्य मांगें
1. एनएमएमयू पॉलिसी को बिना संशोधन लागू करना।
2. सोसाइटी एक्ट से हटाकर सभी कर्मियों को राज्यकर्मी का दर्जा देना।
3. एल-5 से एल-8 स्तर के कर्मियों को आंतरिक प्रोन्नति का अवसर प्रदान करना।
इसमें L5 जैसे जिला प्रबंधकों DM और प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक BPM प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी BPO, L6 जिला लेखपाल,L 7 प्रखंड लेखापाल ,प्रखंड एडमिन फील्ड थीमैटिक कॉर्डिनेटर, L8 संकुल समन्वयक समस्त JSLPS कर्मी
4. प्रति वर्ष 10 प्रतिशत स्वचालित वेतन वृद्धि लागू करना।
5. पिछले माह से रुका हुआ मानदेय जल्द भगतान करना।
6. अधिकांश कर्मियों की उम्र सीमा समाप्त हो चुकी है, ऐसे में उन्हें न आउटसोर्स और न ही अनुबंध कर्मी की स्पष्ट श्रेणी मिली है— सरकार से अनुबंध कर्मी का दर्जा देने की मांग।
7. एल-7 और एल-8 स्तर के कर्मियों को गृह जिले के निकट स्थानांतरण सुविधा दे
8. सभी एफटीई कर्मियों का वेतन SNA स्पर्श के एडमिन कॉस्ट लॉगिन आईडी से भुगतान करना।
संघ ने आरोप लगाया कि वर्षों से कर्मियों को केवल आश्वासन मिलते रहे हैं, लेकिन किसी भी मांग पर अब तक ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
संघ ने स्पष्ट किया कि यदि सरकार तत्काल हस्तक्षेप नहीं करती, तो कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे और इसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी।
मौके पर जिला अध्यक्ष रामकिशोर महतो, कार्यकारी अध्यक्ष सुदीप कुमार गुप्ता, जिला सचिव विवेक कुमार, कोषाध्यक्ष राजकुमार रजक, जिला नोडल पंकज कुमार वर्मा, स्मिता रश्मि एक्का समेत बड़ी संख्या में पलाश के कर्मी हड़ताल में शामिल रहे।