रांची: झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) द्वारा आयोजित मैट्रिक परीक्षा के पेपर लीक और फर्जी प्रश्नपत्र वायरल करने के मामले में सरकार ने कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं। शिक्षा विभाग ने पूरे मामले की रिपोर्ट गृह विभाग को सौंप दी है। अब जांच का जिम्मा एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) या सीआईडी (क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट) को सौंपा जा सकता है। मुख्यमंत्री की सहमति मिलते ही जांच शुरू हो जाएगी।
सीएम की सहमति मिलते ही जांच शुरू
शिक्षा सचिव उमाशंकर सिंह ने बताया कि पूरे मामले पर रिपोर्ट तैयार कर ली गई है और इसे गृह विभाग को भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की सहमति मिलते ही जांच शुरू कर दी जाएगी।
सरायकेला में एक आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में सरायकेला-खरसावां जिले से निशांत महतो नामक एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। वह एक निजी स्कूल संचालक है और उस पर परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल करने का आरोप है। पुलिस को उसके पास से लीक प्रश्नपत्र का एक सेट भी मिला है।
फर्जी प्रश्नपत्र वायरल करने वाले चैनल होंगे ब्लॉक
सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने और फर्जी प्रश्नपत्र वायरल करने वालों पर सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। यूट्यूब चैनल, टेलीग्राम ग्रुप और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को ब्लॉक करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसके लिए सूचना एवं जनसंपर्क विभाग और साइबर सेल को निर्देश दिए गए हैं।

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